धान खरीदी पर
प्रशासन संजीदा
(वैभव)
दमोह (साई)। किसान
उपार्जन केन्द्रों पर अच्छी तरह से साफ की गई मानक धान ही उपार्जन केन्द्रों पर
लायें। मानक धान तैयार करने के लिये किसान हिडम्बा का उपयोग करें। जिससे धान में
अपरिपक्व दाने एवं बदरा अलग हो जावेंगे। किसी भी हाल में अमानक धान उपार्जन
केन्द्रों पर केन्द्र प्रभारी स्वीकार न करें अन्यथा केन्द्र प्रभारी स्वयं
जबावदार होंगे। ये निर्देश प्रभारी कलेक्टर डॉ.जे.सी.जटिया ने दिसम्बर 12 को उपार्जन से
जुड़े अधिकारियों एवं उपार्जन केन्द्र प्रभारियों की कलेक्ट्रेट में गत दिवस
सम्पन्न बैठक में दिये।
उन्होंने नागरिक
आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक को भी स्पष्ट हिदायत दी कि क्वालिटी निरीक्षक ही सभी
उपार्जन केन्द्रों पर मानक धान उपार्जित तथा परिवहन कराने के लिये उत्तरदायी
होंगे। यदि उपार्जन प्रभारी द्वारा बिना नागरिक आपूर्ति निगम के निरीक्षण अधिकारी
की सहमति से धान उपार्जित अथवा परिवहन कराई जाती है और ऐसी धान गोदाम प्रभारियों
द्वारा अमानक पाई जाती है तो इसके लिये केन्द्र प्रभारी पूर्ण रूप से जबावदेह
होंगे। ज्ञातव्य हो कि जिले में धान उपार्जन में आ रही गुणवत्ता की समस्या के
निराकरण हेतु भोपाल से भेजी गई दो सदस्यीय टीम द्वारा जिले के 16 धान उपार्जन
केन्द्रों का उपार्जन अधिकारियों के साथ भ्रमण कर अपनी संयुक्त रिपोर्ट प्रभारी
कलेक्टर को बीते दिवस सौंपी गई थी। जिसके पश्चात डिप्टी कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी
(उपार्जन) श्रीमती नंदा भलावे कुशरे, आपूर्ति अधिकारी, उप संचालक कृषि, प्रबंधक ना.आ.नि., जी.एम. सी.सी.बी.
सहायक पंजीयक सहकारिता भोपाल से आई निरीक्षण टीम सदस्यों सहित सभी धान उपार्जन
प्रभारी की संयुक्त बैठक प्रभारी कलेक्टर द्वारा बुलाई जाकर परीक्षण रिपोर्ट से
धान प्रभारियों को अवगत कराया जाकर मानक धान की खरीदी के निर्देश उन्हें एवं
नागरिक आपूर्ति निगम को दिये गये।
जिला प्रशासन
द्वारा किसानों के मानक धान उपार्जन केन्द्रों पर लाकर विक्रय करने का आग्रह किया
है। मानक धान खरीदी में यदि किसान को कोई अनावश्यक परेशानी पैदा होती है तो वे
सीधे जिला प्रबंधक नाग. आपूर्ति निगम एवं महाप्रबंधक सी.सी.बी. को अवगत करा सकते
है।
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