फ्रांस के साथ प्रक्षेपास्त्र की चर्चा
पूरी
(महेश)
नई दिल्ली (साई)। भारत और फ्रांस ने
वायुसेना और नौसेना के इस्तेमाल के लिए छह अरब अमरीकी डॉलर के कम दूरी से जमीन से
हवा में मार करने वाले प्रक्षेपास्त्रों और एसआर-एसएएम के बारे में बातचीत पूरी कर
ली है। भारत के दौरे पर आए फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलान्द और प्रधानमंत्री
डॉ. मनमोहन सिंह के बीच कल नई दिल्ली में बातचीत के बाद इस बारे में घोषणा की गई।
फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में डॉक्टर मनमोहन सिंह ने
कहा कि दोनों पक्षों ने एसआर-एसएएम के बारे में बातचीत पूरी कर ली है।
पीएमओ के सत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ
इंडिया को बताया कि भारत ने कम दूरी की जमीन से हवा में मार करने वाले
प्रक्षेपास्त्र के बारे में बातचीत पूरी कर ली है और सरकार से इसकी मंजूरी मिलने
पर इसका भारत में ही फ्रांस के सहयोग से निर्माण किया जाएगा। रक्षा व्यापार से
विकसित रक्षा उपकरणों के भारत में विकास और निर्माण में सहयोग का यह स्वागत योग्य
बदलाव है, जिससे हमारे घरेलू उत्पादनों को बढ़ाने में मदद मिलेगी तथा दोनों देशों
के बीच सामरिक भागीदारी मजबूत होगी।
उधर, रक्षा सहयोग मे प्रगति पर संतोष व्यक्त
करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दस अरब डॉलर के रफेल लड़ाकू विमानों की आपूर्ति के
बारे में बातचीत आगे बढ़ रही है। डॉक्टर सिंह ने कहा कि दोनों देशों ने जैतापुर
परमाणु बिजली संयंत्र की प्रगति की समीक्षा की और वाणिज्यिक तथा तकनीकी समझौते
पूरा होने पर इसको जल्द से जल्द लागू करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
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