विश्व मित्रा
परिवार करेगा पर्यावरण संरक्षण महायात्रा
(शरद)
नई दिल्ली (साई)।
विश्व मित्रा परिवार द्वारा 13 मार्च को 3 बजे आयोजित कार्यक्रम ;श्रीराम सेन्टर, मंडी हाउस, नई दिल्लीद्ध में पर्यावरण
संरक्षण हेतु सम्पूर्ण भारत में 11 करोड़
वृक्ष लगवाने, विषमुक्त
कृषि प(ति अपनाने का आह्नान किया जायेगा।
संस्था के संस्थापक
भू त्यागी भारतीय ने कहा कि आज विश्व की हरियाली नित्यप्रति कम होती जा रही है।
समस्त विश्व वैश्विक गर्मी से कराह रहा है। हिमशिखर पिघल रहे हैं। चारों ओर
वृक्षों की कटाई प्रतिपल जारी है। जंगलों की कमी, खनन व नाभिकीय
विस्पफोटों के कारण पृथ्वी का वातावरण, प्राकृतिक सन्तुलन हर क्षण बिगड़ता जा रहा
है। पर्यावरण बिगड़ने का संकट अत्यध्कि गहराता ही जा रहा है। विश्व भर के पर्यावरणविद् चिंतित है। विश्व में
एकमात्रा भारतीय संस्कृति ही है जहां पर्यावरण संरक्षण के उपाय मानव के संस्कारों
में भरने का भरपूर सपफल प्रयास किया। लेकिन आज के इस गलाकाट प्रतियोगिता के युग
में, अक्षर
ज्ञान की शिक्षा प्रणाली ने उन संस्कारों को भुला दिया है। हमारे )षिमुनियों ने
हजारों, लाखों वर्ष
तपस्या करके कुछ सूत्रा मानव जगत में स्थापित किये, जिस कारण मानव को
स्वस्थ, सुखी समृ(
रखा जा सके। उन्होंने वृक्ष एवं वनस्पतियों के गुण-दोष बड़े वैज्ञानिक तरीेके से
बतायेे तथा प्रकृति के एक-एक कण का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। ज्ञान के उस
महासागर से कुछ बूंद निकालकर, उन पर पुनः शोध् कर विश्व के वैज्ञानिकों ने
नए कीर्तिमान स्थापित किए। कण से मानव प्रतिरूप तक, शल्यचिकित्सा से
अत्याधुनिक किरण-विकिरण ;लेजरद्ध प(ति तक कोई भी वैज्ञानिक शोध् ऐसा नहीं हुआ जिसका
विवरण हमारे शास्त्रों में ना हो। लेकिन विडम्बना यह रही कि आज भारतीय स्वयं ही
अपने विद्याओं पर विश्वास कम कर रहें हैं जबकि विश्व के लोग हमारी विद्याओं पर
अधिक विश्वास करते हुए नितप्रति नये-नये प्रयोग एवं आविष्कार कर रहे हैैं।
पर्यावरण संरक्षण
हेतु महायात्रा के संयोजक एवं आरटीआई कार्यकर्त्ता गोपाल प्रसाद ने कहा कि गहन
चिन्तन के उपरान्त अपने हिस्से की भागीदारी निभाते हुए ‘विश्व मित्रा
परिवार’ ने
पर्यावरण संरक्षण हेतु महायात्रा करके 11 करोड़ वृक्ष लगवाने के साथ-साथ विषमुक्त ;रसायन मुक्तद्ध
कृषि एवं जल बचाओ अभियान चलाने का संकल्प लिया है। बहुपयोगी पफलदार वृक्ष लगवाना
हमारी पहली प्राथमिकता होगी। इसके साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण हेतु कानून एवं
नागरिकों को प्राप्त अध्किार के प्रति जन-जागरूकता तथा वन अध्निियम की उपेक्षा एवं
पर्यावरण संरक्षण से जुड़े विषयों पर आरटीआई के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने हेतु
प्रशिक्षण शिविर एवं विचार गोष्ठियां देश के विभिन्न भागों में आयोजित की जायेगी।
इस अभियान में किसानों, महिलाओं, मछुआरों, सामाजिक
कार्यकर्ताओं, संस्थाओं, आवासीय कल्याण
समीतियों एवं विशेषकर भारत का भविष्य अर्थात विद्याथर््िायों की सहभागिता भी
अनिवार्य है, ताकि भारत
भूमि से चला यह अभियान विश्व के कोने-कोने को हरा भरा बनाकर प्रदूषण मुक्त कर
सके।
संस्था की महासचिव
भावना त्यागी ने कहा कि वर्तमान में विश्व मित्रा परिवार सम्पूर्ण पर्यावरण
संरक्षण हेतु, मानव के
स्वास्थ्य, सुरक्षित
भविष्य हेतु जल-जंगल-जमीन-जन-जीव-जड़ी बूटी एवं जनश्रम प्रबन्धन, प्रकृति-पर्यावरण
संरक्षण, प्राकृतिक
चिकित्सा, प्राकृतिक
कृषि, वैकल्पिक
ऊर्जा, आपदा
प्रबन्धन एवं मानवीय मूल्यों पर आधारित शिक्षा पर विशेष शोध कार्य कर रहे हैं।
बहुमूल्य समय से थोड़ा समय निकालकर अथवा अपनी सुविधानुसार आज से ही अपने हर शुभ
कार्य, शुभ दिन
जैसे जन्मदिन, विवाह
वर्षगांठ, विद्यालय
जाने का प्रतिवर्ष का पहला दिन, पितृपक्ष में अपने पितरांे के श्रा( एवं
प्रत्येक त्योहार पर एक वृक्ष लगाने का संकल्प लें। आपके द्वारा इस अभियान का
शुभारम्भ पूरी पृथ्वी को पुनः हरा-भरा कर देगा। हमारा संकल्प कुछ ही वर्षांे मंे
खेल-खेल में ही अतिशीघ्र पूरा हो जाएगा। उन्होंने आहवान् किया कि इस महान पुनीत
कार्य से आज ही जुडे, ताकि विश्व को मानवतावादी इस भारत भूमि से मानव रक्षा का एक
और नया सन्देश दिया जा सकें। इस महाअभियान को पूरा करने हेतु हमने पर्यावरण
संरक्षण महायात्रा का आयोजन किया है।
संस्था द्वारा
आयोजित इस नवम् कार्यक्रम में सलाहकार समिति द्वारा अनुशंसित प्रतिभाओं को
सम्मानित किए जाने के साथ-साथ सांस्कृतिक
कार्यक्रम भी होगा। जिसमें भारत के विभिन्न भागों से अतिथियों का आगमन
सुनिश्चित है।
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