हिन्दू महासभा ने
पाकिस्तान के खिलाफ पुतला फूंका
(अनेशा वर्मा)
फरीदाबाद (साई)।
अखिल भारत हिन्घ्दू महासभा उत्घ्तर भारत के प्रभारी रविन्घ्द्र द्विवेदी और
हिन्घ्दू युवक सभा उत्घ्तर भारत के प्रभारी रविन्घ्द्र भाटी (प्रत्घ्याशी, फरीदाबाद लोकसभा)
के संयुक्घ्त नेतृत्घ्व में फरीदाबाद एनआईटी के प्घ्याली चौक पर सैकड़ों
कार्यकर्ताओं ने आक्रोश प्रदर्शन किया और पाकिस्घ्तान का पुतला फूंका। पुतले को
मुखाग्नि रविन्घ्द्र द्विवेदी ने दी।
दोपहर दो बजे
हिन्घ्दू महासभा कार्यकर्ता प्घ्याली चौक पर एकत्रित हुये और पाकिस्घ्तान के खिलाफ
जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ता ‘पाकिस्घ्तान मिटाना है-अखण्घ्ड भारत बनाना
है’। ‘पाकिस्घ्तान को
आतंकवादी देश घोषित करो’, पाकिस्घ्तान होश में आओ जैसे गगनभेदी नारे लगा रहे थे।
हिन्घ्दू महासभा
उत्घ्तर भारत के प्रभारी रविन्घ्द्र द्विवेदी ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते
हुये कहा कि पाकिस्घ्तान भारत का सबसे बड़ा शत्रु है और 65 साल से भारत की एकता और
अखण्घ्डता को चुनौती देता रहा है। भारत के आंतरिक मामलों में पाकिस्घ्तान की
दखलंदाजी को हिन्घ्दू महासभा किसी भी कीमत पर बर्दाश्घ्त नही करेगी। रविन्घ्द्र
द्विवेदी ने पाकिस्घ्तान को आतंकवाद की सबसे बड़ी फैक्घ्ट्री बताते हुये विश्घ्व
समुदाय से पाकिस्घ्तान को आतंकवादी देश घोषित कर उसे विश्घ्व बिरादरी से अलग करने
का आह्वान किया।
रविन्घ्द्र
द्विवेदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत
सरकार की पाकिस्घ्तान के प्रति उदारवादी नीतियों से पाकिस्घ्तान भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहा है।
जम्घ्मू-कश्घ्मीर में आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ
के पांच जवानों के शहादत, हैदराबाद में बम विस्घ्फोट और आठ जनवरी को
सीमा पर दो सैनिकों का सिर काटना भारत सरकार की उदारवादी नीतियों की देन है।
रविन्घ्द्र द्विवेदी ने भारत सरकार से उदारवादी नीतियों को त्घ्यागकर पाकिस्घ्तान
और आतंकवाद के प्रति आक्रामक नीतियां अपनाने की मांग की। उन्घ्होंने सन् 1947 में
देश विभाजन के लिये कांग्रेस को दोषी ठहराते हुये भारत सरकार से पाकिस्घ्तान पर
सैन्घ्य हमलाकर पाकिस्घ्तान का अस्तित्घ्व विश्घ्व के मानचित्र से मिटाना और
अखण्घ्ड भारत का निर्माण करने की अपील की।
रविन्घ्द्र
द्विवेदी ने 13 जनवरी, 2013 को दिल्घ्ली के संत नगर चौक पर अपनी घोषणा को दोहराते
हुये भारत के मोस्घ्ट वाण्घ्टेड आतंकवादी पाकिस्घ्तान में छिपे हाफिज सईद का सिर
काट कर लाने वाले को हिन्घ्दू महासभा की ओर से पांच करोड़ रूपये का ईनाम देने का
ऐलान किया।
हिन्घ्दू युवक सभा
उत्घ्तर भारत के प्रभारी एवं फरीदाबाद लोकसभा के उम्घ्मीदवार रविन्घ्द्र भाटी ने
अपने संबोधन में पाकिस्घ्तान की नेशनल एसेम्घ्बली में भारत की संसद पर आतंकवादी
हमले के मास्घ्टर माइंड अफजल गुरू की
फांसी के विरोध में प्रस्घ्ताव पारित करने की निंदा करते हुये कहा कि पाकिस्घ्तान
का भारत विरोधी घिनौना चेहरा उजागर हो गया है। उन्घ्होने पाकिस्घ्तान पर भारत के
अंदरूनी मामलों में अनावश्घ्यक हस्घ्तक्षेप कर भारत की एकता और अखण्घ्डता को
चुनौती देने का आरोप लगया। उन्घ्होने कहा कि पाकिस्घ्तान निरंतर भारतीय सैनिकों की
हत्घ्याएं करवा रहा है और भारत सरकार पाकिस्घ्तान के राजनेतओं के स्घ्वागत
सत्घ्कार और भोज में व्घ्यस्घ्त रहती है। ऐसी निकम्घ्मी सरकार को सत्घ्ता में बने
रहने का कोई अधिकार नही है। आगामी लोकसभा चुनाव में देश की जनता अपने वोट से
सत्घ्तारूढ़ दल को करारा सबक सिखायेगी।
हिन्घ्दू महासभा
दिल्घ्ली प्रदेश के कार्यकारी अध्घ्यक्ष सुशील मिश्र ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि
पाकिस्घ्तान का अस्तित्घ्व भारत विरोध पर टिका है। साम्घ्प्रदायिकता की नींव पर
बना पाकिस्घ्तान इस्घ्लाम के शांति और सद्भावना के मूल सिद्धांत को भूल चुका है।
उन्घ्होंने पाकिस्घ्तान को हिन्घ्दुत्घ्व
और इस्घ्लाम दोनों का सबसे बड़ा विरोधी राष्घ्ट्र बताते हुये कहा कि भारत
सरकार का पाकिस्घ्तान से मित्रता का राग अलापना मुंगेरी लाल का हसीन सपना है जो
कभी पूरा नही होगा। आगे उन्घ्होने कहा कि पाकिस्घ्तान में छिपे इब्राहिम दाउद और
हाफिज सईद को भारत को सौंपने और पाकिस्घ्तान अधिकृत कश्घ्मीर को भारत को वापस
लौटाने तक पाकिस्घ्तान के साथ किसी भी प्रकार का रिश्घ्ता रखने और वार्ता करने का
हिन्घ्दू महासभा सदैव विरोध करती रहेगी।
आक्रोश प्रदर्शन और
पुतला दहन कार्यक्रम संचालन फरीदाबाद के जिलाध्घ्यक्ष अशोक कुशवाहा एवं दिल्घ्ली
के पूर्व प्रचारमंत्री जयसिंह ने किया। प्रदर्शन में हिन्घ्दू स्घ्वराज्घ्य सेना, श्रीरामधार
फाउंडेशन, हिन्घ्दू
महिला सभा, हिन्घ्दू
किन्घ्नर सेना और हिन्घ्दू छात्र सभा के कार्यकर्ता भी शामिल हुये।
प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन केन्घ्द्रीय गृह मंत्रीसुशील कुमार
शिंदे को फैक्घ्स द्वारा भेजा।
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