रेल दौड़ पड़ी इंजन के बिना!
(शैलेन्द्र)
जयपुर (साई)। रेल मंत्री पवन कुमार बंसल
भले ही रेल सुरक्षा जीवन रक्षा का नारा बुलंद कर रहे हों, यात्री किराए और माल भाड़े में बढ़ोत्तरी
कर रेल यात्रियों का जीवन सुरक्षित रखने के प्रयास कर रहे हों पर उन्हीं के
नुमाईंदे उनकी इस मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं।
राजस्थान के जोधपुर में रेलवे प्रशासन
की लापरवाही के चलते बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस बीती रात बिना इंजन करीब 25 किलोमीटर तक दौड़ गयी। सूत्रों के
अनुसार यह ट्रेन न केवल एक घंटे तक बिना इंजन दौड़ती रही, बल्कि उत्तरलाई स्टेशन पर पाइंट नहीं
बदला गया होता, तो यह कालका एक्सप्रेस से भी टकरा जाती।
इसमें सैकड़ों यात्री सवार थे। बाद में
एक घंटे बाद इंजन भेज कर ट्रेन को वापस बाड़मेर लाया गया। घटनाक्रम की जानकारी
मिलते ही रेलवे महकमे में अफरा तफरी मच गयी। घटना की सूचना मिलते ही जोधपुर रेल
मंडल के आला-अफसर बाड़मेर पहुंच गये और स्थिति की जानकारी ली।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार
बाड़मेर यार्ड के कैरेज स्टाफ ने मालानी एक्सप्रेस के निकलने के बाद शाम 845 बजे यार्ड में खड़ी गुवाहाटी एक्सप्रेस
(गाड़ी संख्या 15631) को बिना इंजन लगाये रिलीज कर दिया। ऐसे में ऊंचाई पर स्थित यार्ड से
ट्रेन बिना इंजन 40/50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ गयी। जैसे ही ट्रेन बिना इंजन दौड़ी
स्टाफ को इसकी जानकारी मिली।
ऐसे में बाड़मेर स्टेशन से उत्तरलाई
स्टेशन पर हाथोंहाथ इसकी सूचना दी। उधर, उत्तरलाई पर पहुंची हरिद्वार-बाड़मेर
कालका को मुख्य लाइन पर रोक कर पॉइंट बदला गया। कुछ ही मिनट के फासले पर गुवाहाटी
एक्सप्रेस ट्रेन वहां से गुजर गयी और कवास स्टेशन की ओर बढ़ गयी। अगर उत्तरलाई
स्टेशन पर समय रहते कालका ट्रेन को रोक कर पॉइंट नहीं बदला जाता, तो सैकड़ों यात्रियों की जान खतरे में पड़
जाती। बाद में इंजन भेज कर गुवाहाटी एक्सप्रेस को वापस बाड़मेर स्टेशन लाया गया।
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