नेताजी की फिर
फिसली जुबान
(सोनल सूर्यवंशी)
भोपाल (साई)। मध्य
प्रदेश में दूसरी बार सत्ता का सुख भोगने वाली भाजपा के मंत्री भी अब गलत बयानी पर
उतर आए हैं। नेताओं के बेतुके बोल नए नहीं हैं, लेकिन मध्य प्रदेश
के आदिवासी कल्याण मंत्री विजय शाह ने रविवार को हद ही कर दी। उन्होंने झाबुआ में
एक कार्यक्रम में सैकड़ों छात्राओं और टीचरों की मौजूदगी में अश्लील भाषण दे डाला।
इस कार्यक्रम में
पहुंचे शाह ने पहले सरकार की आदिवासी तबके के लिए चलाई जा रही योजनाओं का जिक्र
किया और फिर उन्होंने मंच पर मौजूद एक नाम की दो महिला नेताओं पर आपत्तिजनक
टिप्पणी कर दी। उन्होंने कहा, लगता है कि झाबुआ में एक के साथ एक फ्री
मिलता है। शाह यहीं नहीं रुके, उन्होंने शिविर में बैठी लड़कियों की ओर
इशारा करते हुए यहां तक कह डाला, श्पहला-पहला जो मामला होता है, वह आदमी भूलता
नहीं। भूलता है क्या?.. बच्चे समझ गए होंगे।श् बच्चों के ठहाकों पर उनकी प्रतिक्रिया
थी कि बच्चे भी बड़े समझदार हैं। बहरहाल, इस बात के फौरन बाद मंत्री ने शरारती लहजे
में कहा कि श्पहले-पहले मामलेश् से उनका मतलब पहली बार मंत्री पद पर पहुंचने से
था।
कार्यक्रम में लगते
ठहाकों के बीच मंत्री जी इतने मस्त हो गए कि उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
चौहान को भी नहीं बख्शा। शाह ने कहा कि एक बार उन्होंने चौहान की पत्नी से कहा, भइया के साथ तो रोज
जाती हो, कभी देवर
के साथ भी चली जाया करो।
शाह की इस बयानबाजी
पर कांग्रेस ने सख्त नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस ने
राज्यपाल से शाह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने की मांग की है। पार्टी का
कहना है कि महिलाओं के खिलाफ इस तरह की अभद्र टिप्पणी करने वाले मंत्री को पद पर
रहने का हक नहीं है।
वहीं, बयान पर विवाद बढ़ने
के बाद शाह ने सोमवार को माफी मांग ली। शाह ने कहा, अगर मेरे भाषण से
किसी को थोड़ा सा भी दुख हुआ हो, तो मैं इसके लिए 10 बार माफी मांगता
हूं।श् उन्होंने कहा, श्मैं इस बात से दुखी हूं कि हास-परिहास के मूड में दिए गए
मेरे भाषण को गलत तरह से लिया गया।
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