दुकानों में लगी रही जमकर भीड़!
समग्र छात्रवृत्ति योजना में परेशान हो रहे शिक्षक, प्रधान पाठक
(अय्यूब कुरैशी)
सिवनी (साई)। जैसे-जैसे 25 मार्च करीब आ
रहा है वैसे-वैसे समग्र छात्रवृत्ति योजना के प्रभारी डीडीओ और प्राचार्यों के
दिलों की धड़कनंे तेज होती जा रही हैं। बार-बार अधिकारियों के संज्ञान में लाने के
बाद भी अधिकारियों द्वारा इस दिशा में ध्यान न दिए जाने से निजि तौर पर फीडिंग
करवाने के लिए आज जिला मुख्यालय के आधा दर्जन कंप्यूटर से लैस प्रतिष्ठानों में
प्रधान पाठक और शिक्षकों का तांता लगा रहा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज रविवार को भी शहर के आधा दर्जन प्रतिष्ठानों
में शिक्षक और प्रधान पाठक अपने-अपने शिक्षण संस्थानों के बच्चों की फीडिंग के लिए
मशक्कत करते देखे गए। शिक्षकों से पूछने पर उन्होंने बताया कि उनके प्रधान पाठकों, डीडीओ द्वारा उनके वेेतन रोकने की धमकी दिए जाने के बाद
मजबूरी में वे 15 से 20 रूपए प्रति छात्र की दर से कंप्यूटर में इंद्राज करवाने पर
मजबूर हो रहे हैं।
इस संबंध में जब जिला पंचायत सीईओ श्रीमति प्रियंका दास के संज्ञान में यह
बात लाई गई और उनसे अनुरोध किया गया कि सिवनी में निजि स्तर पर कंप्यूटर्स के
संचालकों द्वारा इंद्राज किए जा रहे हैं, में किसी सक्षम
अधिकारी के द्वारा जाकर देखा जाए और अगर यह कार्य किया जा रहा है एवं इसकी इजाजत
शासन या प्रशासन स्तर पर नहीं दी गई है तो इसे रोका जाए एवं संबंधित को दण्डित
किया जाए। इस पर उन्होंने कहा कि वे किसी सक्षम अधिकारी को भेजकर दिखवाती हैं।
वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी रवि बघेल (9425427241) ने कहा कि इस तरह का कार्य अगर हो रहा है तो यह नियमों के
विपरीत है एवं वे इसे दिखवाते हैं कि कहां कहां निजि स्तर पर कंप्यूटर्स के
संचालकों द्वारा फीडिंग करवाई जा रही है। इस बारे में जब इसके को-ऑर्डिनेटर
डी.एल.तिवारी (9424327090) से संपर्क किया
गया तो उन्होंने कहा कि वे एक आवश्यक प्रशिक्षण में हैं, इस बारे में अगर आपके पास डीईओ साहेब का नंबर है तो उनसे बात
कर लें।
फलां जगह चले जाओ, पासवर्ड है उसके
पास!
वहीं, एक स्थान पर हो रही फीडिंग स्थल पर
जब समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के संवाददाता ने जाकर वहां उपस्थित हुजूम में से एक से
बात की तो उस शिक्षक ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि उनके डीडीओ ने साफ तौर
पर निर्देशित किया है कि फलां जगह चले जाओ, वहां पंद्रह रूपए
प्रति बच्चे के हिसाब से फीडिंग करवा लो, पासवर्ड उनके पास
दिया हुआ है। उक्त शिक्षक ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि पासवर्ड को निजि
कंप्यूटर संचालक को आखिर किस आधार पर दिया गया? क्या यह नियमों के विपरीत नहीं है?
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