साक्षर भारत में हुआ जमकर फर्जीवाड़ा!
अनेक विसंगतियां हैं सिवनी ब्लॉक के कार्यों में
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। साक्षर भारत योजनांतर्गत सिवनी विकास खण्ड में चल रहे
कार्यों में जमकर अनियमितताएं प्रकाश में आ रही हैं। मास्टर्स ट्रेनर्स प्रशिक्षण, विकास खण्ड स्तर पर कार्यालयों के बिल बाउचर, प्रेरक प्रशिक्षण में हुए व्यय प्रशिक्षण बैठकों में लिए गए
निर्णय, आदि के बारे में तरह-तरह की चर्चाएं फिजां में तैर रही हैं।
बताया जाता है कि जिला स्तरीय मास्टर्स ट्रेनर्स प्रशिक्षण के यात्रा
भत्ता देयक और बिल बाउचर्स में भी जमकर फर्जीवाड़ा किया गया है। इसमें भी लोगों के
खातों में मनमाने पैसे जमा करवाए गए हैं। इसके साथ ही साथ विकास खण्ड सिवनी स्तर
पर साक्षर भारत यूनिट के कार्यालयों के व्यय, के बिल बाउचर और
कोटेशन में भी फर्जीवाड़ा होने की बात कही जा रही है।
कहा जा रहा है कि कार्यालय के टेबिल कुर्सी एवं अन्य फर्नीचर भी बिना किसी
निविदा के ही मनमानी दरों पर खरीदे गए हैं। इनके कार्यालय कहां संचालित हो रहे हैं, यह बात केवल और केवल अधिकारी ही जानते है। विभागीय सूत्रों ने
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि खरीदी के पहले समिति की बैठक कर निविदा
बुलवाई जानी चाहिए थी, वस्तुतः बिना
निविदा बुलवाए ही सामग्री को खरीद लिया गया।
सूत्रों ने बताया कि पिछले साल ग्रीष्म काल में संपन्न हुए साक्षर भारत के
विकास खण्ड स्तरीय प्रशिक्षण शिविर में विभिन्न मदों में किए गए व्यय के कोटेशन भी
नहीं बुलवाए गए। इतना ही नहीं सूत्रों की मानें तो इस शिविर के पहले भी बैठक आहूत
कर निर्णय लिए जाने थे किन्तु बिना बैठक बुलवाए ही प्रशिक्षण संपन्न करवा दिया
गया।
सूत्रों के अनुसार साक्षर भारत अभियान सिवनी में कागजों पर ही संपादित हो
रहा है, और इसके लिए सरकार की लाखों की इमदाद का बंदरबांट कर लिया गया
है। इस संबंध में जब इसके प्रभारी और बींझावाड़ा के प्रधान पाठक आर.एस.कुमरे से
संपर्क किया गया तो उन्होंने मोबाईल ही काट दिया।
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