बीसीसीआई अध्यंक्ष के इस्तीफे की
मांग
(मणिका सोनल)
नई दिल्ली (साई)। आईपीएल स्पॉट
फिक्सिंग केस में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद ठब्ब्प् अध्यिक्ष एन श्रीनिवासन
पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है।
पूर्व क्रिकेटर और खेल प्रशासकों के
बाद अब बोर्ड के तीन वाइस प्रेसीडेंट ने भी कहा कि श्रीनिवासन को कोर्ट के फैसले
का सम्मान करना चाहिए। पांच बोर्ड मेंबर्स में तीन- शिवलाल यादव, रवि सावंत औऱ चित्रक मित्रा ने श्रीनिवासन से पद छोड़ने के लिए
कहा है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने
आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में पेश जस्टिस मुद्गल कमेटी की रिपोर्ट पर दूसरी
सुनवाई करते हुए मंगलवार को कहा कि बीसीसीआई अध्योक्ष एन श्रीनिवासन को तुरंत
इस्तीहफा दे देना चाहिए। उनके इस्तीफे के बिना मामले की निष्पटक्ष जांच संभव नहीं
है। न्याइयालय ने सख्तन रुख अपनाते हुए कहा है कि अगर वे इस्तीटफा नहीं देते है तो
कोर्ट को आदेश देना पड़ेगा। कोर्ट ने श्रीनिवासन का इस्ती्फा दिए जाने तक बीसीसीआई के
वकील की दलील सुनने तक से इनकार कर दिया।
जस्टिस मुकुल मुद्गल की रिपोर्ट पर
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान अदालत ने यह बात कही। रिपोर्ट में गुरुनाथ
मयप्पन को दोषी बताया गया है और बोर्ड के वकील इस पर अपना पक्ष रखेंगे। पंजाब एंड
हरियाणा हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मुकुल मुद्गल ने सुप्रीम कोर्ट को आईपीएल
स्पॉट फिक्सिंग से जुड़ी अपनी रिपोर्ट 10 फरवरी को सौंपी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई प्रमुख
एम. श्रीनिवासन को दो दिन के भीतर अध्यसक्ष पद छोड़ने के लिए कहा है। मामले से जुड़े
एक वकील (तस्वीनर में) ने मीडिया को बताया कि जज ने काफी तल्खह टिप्पजणी की। जज ने
कहा कि आप बाहर की गंदगी साफ करना चाहते हैं, जबकि आपके अंदर
ही गंदगी भरी पड़ी है। बिना इसे साफ किए बाहर की गंदगी कैसे साफ होगी?
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