कलाम ने कहा -‘‘अंतरात्मा गवारा
नहीं कर रही चुनाव के लिए‘‘
(शिवेश नामदेव)
नई दिल्ली (साई)।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के प्रयासों पर पानी फेरते हुए पूर्व राष्ट्रपति
एपीजे अब्दुल कलाम ने आज घोषणा की कि वह संप्रग उम्मीदवार प्रणव मुखर्जी के खिलाफ
राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लडेंगे. कलाम ने इस संबंध में औपचारिक घोषणा करते हुए
कहा कि उन्होंने मौजूदा राजनीतिक स्थिति और इस संबंध में व्यापक रुप से विचार करने
के बाद यह फैसला किया. ममता बनर्जी पूर्व राष्ट्रपति की उम्मीदवारी पर जोर देती
रही हैं.
कलाम ने कहा, ‘‘ मैंने कभी एक और
कार्यकाल की इच्छा नहीं व्यक्त की या चुनाव लडने में दिलचस्पी नहीं ली. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ ममता बनर्जी और
अन्य राजनीतिक पार्टियां चाहती थीं कि मैं उम्मीदवार बनूं.’’ कलाम ने अपने बयान
में कहा, ‘‘ बडी संख्या
में लोगों ने भी ऐसी ही इच्छा व्यक्त की है. इससे मेरे प्रति उनका स्नेह और प्यार
तथा लोगों की आकांक्षाएं प्रदर्शित होती है. मैं उनके समर्थन से अभिभूत हूं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ यह उन लोगों की
इच्छा है. मैं इसका सम्मान करता हूं. लोगों ने मुझमें जो भरोसा दिखाया, उसके लिए मैं उन
लोगों को धन्यवाद देता हूं. मैंने इस मामले को संपूर्णता में देखा और मौजूदा
राजनीतिक स्थिति पर विचार करते हए 2012 के राष्ट्रपति चुनाव में भाग नहीं लेने का
फैसला किया. ’’
ममता बनर्जी के बाद
भाजपा ने भी उन्हें चुनाव लडने के लिए राजी करने का पूरा प्रयास किया. भाजपा नेता
लालकृष्ण आडवाणी ने संप्रग प्रत्याशी प्रणव मुखर्जी के खिलाफ उन्हें विपक्ष का
साझा उम्मीदवार बनने की खातिर राजी करने के लिए तीन बार उनसे बातचीत की. आडवाणी ने
अपने करीबी सहयोगी सुधीन्द्र कुलकर्णी को भी उनसे मुलाकात के लिए दो बार भेजा.
सूत्रों ने बताया कि कलाम ने आडवाणी से कहा कि उनकी अंतरात्मा उन्हें चुनाव लडने
की अनुमति नहीं देती. पूर्व राष्ट्रपति इस बात पर जोर देते रहे हैं कि वह मैदान
में तभी उतरेंगे जब उनकी जीत सुनिश्चित हो.
विपक्ष के कई
नेताओं ने कल कलाम की योजना जानने के लिए उनसे फोन पर बातचीत की. भाजपा का पूर्व
लोकसभाध्यक्ष पी ए संगमा की अपेक्षा कलाम को उम्मीदवार बनाए जाने पर अधिक जोर था.
अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने संगमा का पक्ष लिया
है.
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