प्रदेश में यातायात
संचालनालय बनेगा
(संतोष पारदसानी)
भोपाल (साई)।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक यातायात प्रदेश में महानगरों का भ्रमण कर वहाँ
सुव्यवस्थित यातायात सुनिश्चित करने के उपाय करें। प्रदेश में यातायात को
व्यवस्थित करने के उद्देश्य से ही यातायात संचालनालय का गठन किया जा रहा है। गृह
मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता मंत्रालय में यातायात पुलिस और यातायात संचालनालय गठन
की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस को प्रशिक्षण
भी दिलवाया जाये।
गृह मंत्री ने कहा
कि शहरों में यातायात व्यवस्थित करने के लिए एन.सी.सी., स्काउट और एन.जी.ओ.
की भी मदद ली जाए। उन्होंने कहा कि जिलों में व्यापारिक संगठनों से चर्चा कर उनसे
भी सहयोग लिया जा सकता है। श्री गुप्ता ने कहा कि शहर में यातायात का अधिक दबाव
वाले चौराहों का चिन्हांकन कर वहाँ अधिक पुलिस बल तैनात किया जाये।
यातायात संचालनालय
के उत्तरदायित्व में नेशनल एवं स्टेट हाइवे एवं अन्य सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों का
संकलन एवं विश्लेषण,
दुर्घटना संभावित स्थलों की पहचान कर उन्हें रोकने के उपाय
करना, सामुदायिक
पुलिसिंग के अंतर्गत समस्त जिलों को क्रेन एवं एम्बुलेंस का वितरण, सोलेशियम फंड के
अंतर्गत सभी जिलों में की गई कार्रवाई का पर्यवेक्षण एवं समन्वय, सड़क सुरक्षा कोष के
उपयोग की योजना और उसका क्रियान्वयन, हाइवे पेट्रोलिंग की मानीटरिंग, सड़क सुरक्षा समितियों
की बैठक की मानीटरिंग, विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में शिक्षकों को यातायात
प्रशिक्षण देना और अन्य विभागों से समन्वय कर यातायात सुरक्षा संबंधी उपायों का
क्रियान्वयन करवाना शामिल किया गया है।
इस प्रकार यह
संचालनालय यातायात प्रवर्तन, यातायात तकनीक एवं यातायात शिक्षा पर कार्य
करते हुए सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने एवं सड़क सुरक्षा उपायों के उन्नयन के लिए
कार्य करेगा। बैठक में यातायात पुलिस बल बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। प्रदेश में लगभग 86.7 प्रतिशत यात्री
सड़कों से यात्रा करते हैं। राष्ट्रीय स्तर पर प्रति हजार व्यक्तियों पर 68 वाहन हैं, वहीं मध्यप्रदेश
में यह औसत 80 वाहन
प्रति हजार व्यक्ति है। प्रदेश में वाहनों का पंजीयन भी लगातार बढ़ रहा है। वर्ष 2006-07 में 4 लाख 23 हजार 184 वाहन पंजीकृत हुए
वहीं वर्ष 2010-11 में यह
संख्या 8 लाख 13 हजार 628 वाहन रही। बैठक
में पुलिस महानिदेशक श्री नन्दन दुबे, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक यातायात श्री
यू.के. लाल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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