मारन बंधुओं पर
साढ़े पांच सौ करोड़ रिश्वत लेने का आरोप
(महेश रावलानी)
नई दिल्ली (साई)।
विवादित एयरसेल-मैक्सिम डील में पूर्व संचार मंत्री दयानिधि मारन पर सीबीआई का
शिकंजा कसता जा रहा है। अपनी जांच करीब-करीब पूरी कर चुकी सीबीआई का कहना है कि इस
घोटाले में मारन बंधुओं का बेहद अहम रोल था। दयानिधि मारन और उनके भाई कलानिधि
मारन ने 550 करोड़
रुपये की घूस ली। सीबीआई अब मारन के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही
है।
सीबीआई के मुताबिक
मारन ने संचार मंत्री रहते हुए एयरसेल को 7 टेलिकॉम सर्कल का लाइसेंस देने में
जानबूझकर देरी की। एयरसेल को टेलिकॉम बिजनेस से बाहर करने के लिए मारन ने कई
संदिग्ध फैसले भी लिए। दयानिधि मारन को इसका इनाम मारन बंधुओं द्वारा संचालित सन
डायरेक्ट में 550 करोड़
रुपये के शेयरों के रूप में मिला।
वहीं, समाचार एजेंसी को
मिली जानकारी के अनुसार पूर्व टेलीकाम मिनिस्टर आदिमत्थू राजा के कार्यकाल में हुए
2जी
स्पेक्ट्रम और प्रमोद महाजन के संचार मंत्री रहने के दौरान हुए अतिरिक्त
स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले की जांच पूरी होने के बाद सीबीआई अब पूर्व संचार मंत्री
दयानिधि मारन के रोल की जांच कर रही है।
सीबीआई के सूत्रों
ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पिछले दिनों दयानिधि मारन से लंबी पूछताछ
की गई। सीबीआई इस डील से संबंधित कई और हाई-प्रोफाइल मामलों पर भी बारीकी से नजर
रखे हुए है। कहा जा रहा है कि सीबीआई दयानिधि मारन के भाई कलानिधि मारन को भी
पूछताछ के लिए बुला सकती है। एयरसेल-मैक्सिस सौदे के सिलसिले में दयानिधि मारन से
आरोपी के रूप में सीबीआई ने पहली बार पूछताछ की है।
गौरतलब है कि इससे
पहले जांच सीबीआई ने मारन से पिछले साल सितंबर में पूछताछ की थी, लेकिन तब एफआइआर
दर्ज नहीं हुई थी और मामले की प्रारंभिक जांच चल रही थी।
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