ठंड से एक बार फिर सहमे पूर्वोत्तर वासी
(महेश)
नई दिल्ली (साई)। पूर्वोत्तर भारत में
ठण्ड ने एक बार फिर असर दिखाना आरंभ कर दिया है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, मेघालय, जम्मू काश्मीर आदि क्षेत्रों में ठण्ड
से जनजीवन रूक सा गया है। उत्तर प्रदेश के समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो ने
बताया कि राज्य में ठण्ड से बुरे हाल हो चुके हैं।
साई न्यूज ने बताया कि उत्तर प्रदेश में
कड़ाके की ठंड से सामान्य जन-जीवन ठप पड़ गया है। रेल, सड़क और हवाई यातायात सुबह और शाम को घने
कोहरे के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मुजफ्फरनगर से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया
ब्यूरो से सचिन धीमान ने बताया कि पिछले २४ घंटे के दौरान राज्य में मुजफ्फरनगर दो
दशमलव सात डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ सबसे ठंडा रहा। हमारे गोरखपुर से साई
संवाददाता ने बताया कि दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री नीचे आ गया है।
गोरखपुर में जिले में कक्षा दस तक के
स्कूलों को सोमवार तक के लिए बंद कर दिया गया है। लंबी दूरी की ज्यादातर
रेलगाड़ियां ४-८ घंटे की देरी से चल रही हैं। कई छोटी दूरी की पैसेंजर गाड़ियों को
रद्द भी किया गया है। कोहरे के कारण सड़क पर दृश्यता दस मीटर से भी कम हो गई है।
ठंड से प्रभावित जि$लों में गरीबों और बेआसरा लोगों को कम्बल बांटे जा रहे हैं। ऐसे लोगों
के लिए रैन बसेरों और अलाव जलाने की व्यवस्था भी की गई है।
शिमला से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के
ब्यूरो से रीता वर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाके भी कंपकंपाती ठंड की
चपेट में हैं और वहां तापमान शून्य से नीचे चला गया है। जन-जातीय इलाके
लाहौल-स्पीति में केलोंग में तापमान शून्य से दस दशमलव एक डिग्री नीचे रहा। शिमला
में मौसम विभाग ने अगले तीन दिन मौसम सूखा रहने की संभावना व्यक्त की है लेकिन कहा
है कि इस महीने की २४ तारीख के बाद से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ
का असर देखने को मिल सकता है।
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