पांच लाख रूपए
प्रतिमाह का चूना लगा रहे प्रतिभा पाटिल के रिश्तेदार!
(दीपक अग्रवाल)
मुंबई (साई)। देश
को लगभग पांच लाख रूपए प्रतिमाह से ज्यादा का चूना बैठे ठाले ही लग रहा है। जी हां, यह सच है। दसअसल, पूर्व महामहिम
प्रतिभा ताई के रिश्तेदारों की सुरक्षा में पांच माहों से डेढ़ दर्जन से ज्यादा
सुरक्षा कर्मी मुस्तैद हैं। पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का कार्यकाल भले ही
बीते साल जुलाई में पूरा हो चुका हो, लेकिन नियमों को ताक पर रखते हुए अभी भी
उनके परिवार के सदस्यों को हाई सिक्युरिटी दी जा रही है। पूर्व राष्ट्रपति के
परिजनों की सुरक्षा में फिलहाल 18 कॉन्स्टेबल और एक सब इंस्पेक्टर तैनात हैं।
महाराष्ट्र सरकार सुरक्षा कर्मियों को हटाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से 3
बार अनुरोध कर चुकी है, लेकिन केंद्र की तरफ से कोई जवाब नहीं आया।
सूबे के गृह
मंत्रालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि महाराष्ट्र में
पुलिसकर्मियों की भारी कमी है, जिसकी वजह से लॉ ऐंड ऑर्डर में खामियां साफ जाहिर
होती हैं। इस वजह से नेताओं को दी गई गैर-जरूरी सुरक्षा में कमी करने की जोरदार
मांग की जा रही है। जून 2007 में प्रतिभा पाटिल के राष्ट्रपति भवन में दाखिल होते
ही केंद्र ने महाराष्ट्र परिवार को निर्देश दिए थे कि राष्ट्रपति के परिवार को
सुरक्षा दी जाए।
केंद्र के इस
निर्देश पर प्रतिभा पाटिल के पति देवी सिंह शेखावत, बेटे राजेंद्र, बेटी ज्योति, बहु मंजरी, दामाद जयेश, पोतों पृथ्वी, ध्रुवेश और पोतियों
सुरभि, वेदिका को
सुरक्षा देने के निर्देश दिए थे। प्रतिभा पाटिल के पति देवी सिंह को जेड कैटिगरी
का सिक्युरिटी कवर दिया गया था और उनके बेटा-बेटी को वाय कैटिगरी का। बाकी मेंबर्स
को एक्स क्लास की सिक्युरिटी दी गई थी।
महाराष्ट्र के एक
उच्च अधिकारी ने पहचान उजागर ना करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया
कि उस उस समय राज्य सरकार ने केंद्र के निर्देशों के मुताबिक प्रेजिडेंट के परिवार
को सुरक्षा दे दी। नियमों के अनुसार जेड कैटिगरी में हर शिफ्ट के लिए 3 कॉन्स्टेबल
और एस्कॉर्ट वीइकल में इंस्पेक्टर या सब-इंस्पेक्ट के साथ 3 कॉन्स्टेबल दिए जाते
हैं। वाय क्लास में हर शिफ्ट के लिए 3 कॉन्स्टेबल और एक्घ्स में हर शिफ्ट के लिए 1
कॉन्स्टेबल दिया जाता है। इस तरह से महाराष्ट्र सरकार ने रफ आइडिया लगाते हुए 18
कॉन्स्टेलब और 1 सब इंस्पेक्टर को राष्ट्रपति के परिवार की सुरक्षा में तैनात किया
गया था।
वहीं साई न्यूज के
दिल्ली ब्यूरो ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के हवाले से बताया कि पाटिल के रिटायरमेंट
के वक्त केंद्र ने तय किया था कि उन्हें जेड प्लस सिक्युरिटी दी जाएगी और और
नियमों के तहत उनके परिवार की सुरक्षा हटा दी जाएगी। रिटायरमेंट पर पाटिल को जेड
प्लस सिक्युरिटी तो मिल गई, लेकिन उनके परिवार की सुरक्षा नहीं हटाई गई।
ऐसे में अगस्त और दिसंबर के बीच महाराष्ट्र सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को 3
बार इस बारे में लिखा, लेकिन केंद्र की तरफ से जवाब नहीं आया। सीनियर अधिकारी ने
बताया, श्चूंकि
हमने केंद्र के निर्देश पर सिक्युरिटी दी थी, इसलिए हम बिना केंद्र की इजाजत के इसे वापस
नहीं ले सकते।
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