लाजपत ने लूट लिया
जनसंपर्क ------------------ 54
जले पर नमक छिड़क
रहे पीआरओ सिवनी
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। लगता
है मानो कांग्रेस और भाजपा के जिला स्तर के प्रवक्ताओं के मानिंद जिला जनसंपर्क
अधिकारी कार्यालय ने भी सिवनी जिले को छोड़कर देश दुनिया की चिंता करना आरंभ कर
दिया है। जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा जारी प्रेस नोट में अब मध्य प्रदेश के
अन्य जिलों के समाचारों का समावेश देखकर लगने लगा है मानो जनसंपर्क विभाग जले पर
नमक छिड़कने का काम कर रहा है।
जिला जनसंपर्क
कार्यालय सिवनी द्वारा 12 फरवरी को जारी सरकारी अधिकृत प्रेस नेाट में तीन सिंचाई
परियोजना को १,३८७ करोड
की स्वीकृति शीर्षक से जारी समाचार में सिवनी डेट लाईन से कहा गया है कि
मंत्रि-परिषद् ने छतरपुर जिले की बाँयीं नहर परियोजना के लिये ५४५ करोड ९० लाख
रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति और निवेश निकासी की अनुमति दी। परियोजना की रूपांकित
सिंचाई क्षमता ४३ हजार ८५० हेक्टेयर है। मंत्रि-परिषद् ने रायसेन जिले की बारना
वृहद परियोजना के विस्तार तथा इसे सुदृढ और आधुनिक बनाने के लिये ५८१ करोड रुपये
की प्रशासकीय स्वीकृति तथा निवेश निकासी की
अनुमति दी। इस योजना से वर्ष २०१२-१३ में ७५ हजार ८८ हेक्टेयर में सिंचाई
की गयी। मंत्रि-परिषद् ने छतरपुर जिले की सिंहपुर बेराज मध्यम परियोजना के लिये
२६० करोड ६३ लाख रुपये की पुनरीक्षित स्वीकृति तथा निवेश निकासी की अनुमति प्रदान
की। परियोजना की रूपांकित क्षमता १० हजार २०० हेक्टेयर है।
सिवनी के पत्रकार
हैरान हैं कि आखिर जनसंपर्क विभाग को क्या हो गया है जो सिवनी की खबरों को छोड़कर
छतरपुर की खबरों को सिवनी में प्रसारित कर रहे हैं। मीडिया में चल रही चर्चाओं पर
अगर यकीन किया जाए तो वैसे ही पिछले लगभग दो दशकों से सिवनी जिले को प्रदेश शासन
द्वारा कोई उपलब्धि नहीं दी गई है, इसके बाद भी दूसरे जिलों की उपलब्धि का बखान
में सिवनी में किया जाना निश्चित तौर पर सिवनी वासियों के जले पर नमक छिड़कने जैसा
ही होगा।
मीडिया में अब
चटखारे लेकर यह चर्चा तेज हो गई है कि जिस तरह कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के
प्रवक्ताओं द्वारा जिला स्तर पर एक दूसरे पर कटाक्ष या स्थानीय समस्याओं को उठाने
से बचा जाता है उसी तरह जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा पत्रकारों के हितों को 7
फरवरी को लागू कर्फ्यू के दौरान साधा तो नहीं गया पर अब प्रदेश के अन्य जिलों की
उपलब्धियों का बखान सिवनी में किया जा रहा है। गौरतलब है कि कर्फ्यू के दौरान
कांग्रेस के प्रवक्ता जेपीएस तिवारी पर पुलिस ने लाठियां भांजी और कांग्रेस के दो
अन्य प्रवक्ता अब भी मौन ही धारित किए हुए हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें