छग महिला कोष से 35
करोड़ वितरित
(अभय नायक)
रायपुर (साई)।
राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित छत्तीसगढ़ महिला कोष की
ऋण योजना के तहत विगत करीब दस वर्षों में प्रदेश के लगभग 23 हजार 126 महिला
स्व-सहायता समूहों को विभिन्न व्यवसायों के लिए 34 करोड़ 19 लाख से अधिक की ऋण राशि
वितरित की जा चुकी है। उल्लेखनीय है कि महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के
सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए महिला स्व-सहायता समूहों को वित्तीय और अन्य सुविधाएं
उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में छत्तीसगढ़ महिला कोष का संचालन किया जा रहा है।
योजना में महिला स्व-सहायता समूहों को आसान शर्तों पर अधिकतम 25 हजार रूपए तक का
ऋण प्रथम बार में प्रदान किया जाता है, जबकि इस ऋण की सफलतापूर्वक वापसी पर 50 हजार
रूपए तक का ऋण द्वितीय बार में प्रदान किया जाता है।
महिला एवं बाल
विकास विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि योजना में पिछले लगभग दस वर्षों
में 23 हजार से अधिक महिला स्व-सहायता समूहों को 34 करोड़ 19 लाख 28 हजार रूपए की
ऋण राशि आसान शर्तों पर वितरित की गयी। उन्होंने बताया कि योजना के तहत वर्ष
2003-04 में 688 महिला समूहों को 32 लाख 14 हजार रूपए ऋण प्रदान किए गए। इसी
प्रकार वर्ष 2004-05 में एक हजार 802 महिला समूहों को 94 लाख 54 हजार, वर्ष 2005-06 में
दो हजार 105 महिला समूहों को एक करोड़ 40 लाख सात हजार रूपए, वर्ष 2006-07 में
दो हजार 684 महिला समूहों को दो करोड़ 53 लाख 53 हजार रूपए, वर्ष 2007-08 में
दो हजार 859 महिला समूहों को तीन करोड़ 11
लाख 84 हजार रूपए,
वर्ष 2008-09 में तीन हजार 277 महिला समूहों को तीन करोड़ 83
लाख 65 हजार रूपए,
वर्ष 2009-10 में दो हजार 837 महिला समूहों को छह करोड़ 21 लाख
रूपए, वर्ष
2010-11 में दो हजार 212 महिला समूहों को पांच करोड़ 28 लाख 95 हजार रूपए, वर्ष 2011-12 में
दो हजार 142 महिला समूहों को पांच करोड़ 60 लाख 60 हजार रूपए और वर्ष 2012-13 में
अब तक के प्रावधिक आंकड़ों के अनुसार दो हजार 520 महिला समूहों को चार करोड़ 92 लाख
95 हजार रूपए के ऋण रोजगारमूलक व्यवसायों के लिए वितरित किए जा चुके हैं।
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