0 सिवनी से नहीं चल पाएगी पेंच व्हेली
ट्रेन . . . 13
सिर्फ दस बार होता है रेल पटरियों का
उपयोग दिन भर में!
(संजीव प्रताप सिंह)
सिवनी (साई)। छिंदवाड़ा से नैनपुर का
नेरोगेज रेलखण्ड अब रेल मंत्रालय के लिए बोझ बनता जा रहा है। इस रेलखण्ड का उपयोग
चौबीस घंटों में महज दस बार ही होता है, वह भी पेसेंजर रेल गाडियों के लिए। घाटे
में जाते इस रेल खण्ड के अमान परिवर्तन की बात सियासी बियावान में खो गई है। दस दस
सांसद मिलकर भी इस रेलखण्ड के अमान परिवर्तन को अमली जामा नहीं पहना सके हैं।
रेल्वे बोर्ड के सूत्रों ने समाचार
एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सिवनी से होकर गुजरने वाले रेलखण्ड को भारतीय रेल ने
बोझ मान लिया है। इस रेलखण्ड के अमान परिवर्तन में स्थानीय संसद सदस्यों के द्वारा
दिलचस्पी ना लिए जाने से यह रेलखण्ड अब रेल्वे बोर्ड के लिए सफेद हाथी ही साबित हो
रहा है।
ज्ञातव्य है कि इस रेलखण्ड से प्रातः
पांच बजकर दस मिनिट पर सिवनी से जबलपुर से आकर नागपुर जाने वाली रेल गाडी छिंदवाड़ा
तक, के अलावा आठ बजकर 51 मिनिट, बारह बजकर 51 मिनिट, शाम पांच बजकर 31 मिनिट और रात्रि बारह बजकर 55 मिनिट पर नैनपुर से छिंदवाड़ा तक रेल
गाडी का संचालन होता है।
इसी तरह नागपुर से जबलपुर चलने वाली रेल
का संचालन छिंदवाड़ा से जबलपुर तक रात्रि ग्यारह बजे, के अलावा सुबह साढ़े आठ बजे, दिन में ग्यारह बजे, दोपहर सवा तीन बजे एवं रात्रि सात बजकर 41 मिनिट पर छिंदवाड़ा से नैनपुर तक के लिए
रेल का संचालन किया जाता है। इस तरह चौबीस घंटों में इस रेल खण्ड पर महज दस रेल
गाडियों का ही संचालन होता है। यहां यह उल्लेखनीय होगा कि इस रेलखण्ड में माल
गाडियों का संचालन सालों से नहीं किया जा रहा है।
(क्रमशः जारी)
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