सिविल सेवा परीक्षा में बदलाव अधिसूचित
(मणिका सोनल)
नई दिल्ली (साई)। संघ लोक सेवा आयोग की
सिविल सेवा परीक्षा में बदलाव की अधिसूचना जारी कर दी गई है। कार्मिक और प्रशिक्षण
विभाग की अधिसूचना के अनुसार, अब सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में नैतिक
मूल्यों, सुव्यवस्था और अभिरूचि संबंधी प्रश्नपत्र होगा। इसमें सार्वजनिक जीवन
में सत्यनिष्ठा, ईमानदारी तथा विभिन्न सामाजिक मुद्दों को सुलझाने के नजरिए की जांच के
लिए प्रश्न पूछे जाएंगे।
पीएमओ के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ
इंडिया को बताया कि सिविल सेवा परीक्षा की रूपरेखा में इन सुधारों से विभिन्न
विषयों में परीक्षा देने वाले लाखों उम्मीदवारों को समान अवसर उपलब्ध होंगे। इससे
पहले सिविल सेवा परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों को दो भाषाओं अंग्रेजी और किसी
क्षेत्रीय भाषा के प्रश्नपत्र उतीर्ण करने पड़ते थे। अब क्षेत्रीय भाषा का
प्रश्नपत्र नहीं होगा।
सूत्रों ने साई न्यूज को आगे बताया कि
प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले करीब छह से ग्यारह प्रतिशत उम्मीदवार मुख्य
परीक्षा में भाषा के प्रश्नपत्रों को उतीर्ण नहीं कर पाते थे। संघ लोक सेवा आयोग
ने सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्रों की संख्या बढ़ाकर चार कर दी है और वैकल्पिक
प्रश्नपत्रों के अंक आधे कर दिए हैं। परीक्षा की नयी रूपरेखा से एक वैकल्पिक विषय
हटा दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने सिविल सेवा परीक्षा में
बदलावों को हाल में मंजूरी दी थी। इस वर्ष सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा २६ मई
को होनी है, जिसके लिए ऑनलाइन आवेदन करने की आखिरी तारीख चार अप्रैल है।
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