0 रिजर्व फारेस्ट में कैसे बन रहा पावर
प्लांट . . . 15
गौतम थापर से जुड़ सकते हैं ताम्रकार के
तार!
(सुरेंद्र जायस्वाल)
जबलपुर (साई)। प्रदूषण नियंत्रण मण्डल
के विजय नगर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पदस्थ सहायक अभियंता गिरीश ताम्रकार के
तार देश के मशहूर उद्योगपति गौतम थापर से जुड़ सकते हैं। उक्त सहायक अभियंता को 7 मार्च को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत
लेते धर दबोचा था। लोकायुक्त द्वारा गिरीश ताम्रकार से गहन पूछताछ का निर्णय भी
लिया गया है।
ज्ञातव्य है कि गिरीश ताम्रकार को सुभाष
कोठारी की एनओसी नवीनीकरण के मामले में नौ हजार रूपए रिश्वत लेते पकड़ा गया था।
लोकायुक्त पुलिस के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि गौतम ताम्रकार
से जानकारियां एकत्र की जा रही हैं। उनसे गहरी पूछताछ भी की जाएगी, जिसमें एनओसी की नस्ती किस किसकी टेबिल
से होकर गुजरती है इस बारे में भी पता लगाया जाएगा।
वहीं पीसीबी कार्यालय के सूत्रों ने
समाचार एजेंसी ऑॅफ इंडिया को बताया कि सिवनी जिले के आदिवासी बाहुल्य घंसौर तहसील
में देश के मशहूर उद्योगपति गौतम थापर के स्वामित्व वाले अवंथा समूह के सहयोगी
प्रतिष्ठान मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड के पावर प्लांट में भी प्रदूषण नियंत्रण
मण्डल को गिरवी रखा गया है। पीसीबी द्वारा नियमों को अपरोक्ष तौर पर शिथिल करते हुए
संयंत्र प्रबंधन को लाभ पहुंचाने का प्रयास किया गया है।
पीसीबी के सूत्रों ने साई न्यूज के साथ
चर्चा के दौरान यह आशंका भी व्यक्त की कि अगर पीसीबी के धरे गए सहायक अभियंता
गिरीश ताम्रकार से गहरी पूछताछ की गई तो तार बड़े बड़े उद्योगपति यहां तक कि अवंथा
समूह के स्वामी गौतम थापर भी इसकी चपेट में आ सकते हैं।
(क्रमशः जारी)
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