गुरुवार, 11 अप्रैल 2013

यह है शिव का सुशासन!


यह है शिव का सुशासन!

(सुरेंद्र जायस्वाल)

जबलपुर (साई)। देश के हृदय प्रदेश में भाजपा के निजाम शिवराज सिंह चौहान सुशासन लाने का दावा कर रहे हैं और उन्ही के राज में कांस्य पदक जीतने वाला खिलाड़ी परिवार पालने के लिए फुलकी यानी गोल गप्पे बेच रही है। जी हां यह सच है, एमपी की संस्कारधानी जबलपुर में यह सब हो रहा है।
वर्ष 2011 में एथेंस स्पेशल ओलिंपिक में दो कांस्य पदक जीत कर देश को गौरवान्वित करने वाली सीता साहु इन दिनों मां के साथ गोल गप्पे बेच कर घर चला खर्च चलाने को मजबूर है। 15 वर्षीय सीता मानसिक रूप से निरूशक्त है और आधिकारिक मदद न मिलने की वजह से सीता का एथेलीट करियर रूक चुका है।
सीता के परिजनों ने समाचार एजेंसी ऑॅफ इंडिया को बताया कि सीता को 8 जून 2011 को सात बच्चों के साथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ उनके घर चाय पीने का मौका मिला था और इसके के करीब एक माह बाद, 6 जुलाई 2011 को सीता एथेंस से दो कांस्य पदक जीत कर लौटी थी। सीता ने स्पेशल गेम्स में 200 मीटर और 1600 मीटर दौड़ में यह पदक जीते थे।
सीता से संपर्क खो चुके उसके कोच साजिद मसूद ने बताया कि सीता के पदक जीतने के बाद राज्य सरकार ने नकद पुरस्कार की घोषणा की थी। इस मुताबिक उसे एक लाख रुपये नकद मिलने थे, लेकिन कई बार याद दिलाने के बावजूद सीता को यह राशि नहीं मिली।
सीता की मां किरण साहु कहती हैं कि पेट अ़खैर घर चलाने के लिए कुछ काम तो करना पड़ेगा। हम सीता को लेकर बहुत खुश थे। हमें उम्मीद थी कि सरकार घोषित की गयी राशि देगी पर ऐसा नहीं हुआ। अब हम सीता को ऐसे काम सिखा रहें हैं, जिससे वह कुछ पैसे कमा सके। मेरी बेटी अब अच्छी तरह से गोलगप्पे बेल लेती है और उन्हें गोल्डन ब्राउन होने तक फ्राई भी कर लेती है।

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