13 वर्ष आयु समूह क्रिकेट प्रतियोगिता
हनी और सत्यम पर टिकीं नजरें
(अब्दुल राजिक कुरैशी)
सिवनी (साई)। सिवनी की टीम ने जबलपुर में खेली जा रही 13 वर्ष आयु समूह की संभागीय क्रिकेट प्रतियोगिता के फायनल में प्रवेश कर लिया है। इस प्रतियोगिता के सात अप्रैल से खेले जाने वाले दो दिवसीय फायनल में सिवनी का मुकाबला अब जबलपुर के साथ खेला जाएगा।
गौरतलब होगा कि इस प्रतियोगिता के अपने पहले मुकाबले में सिवनी ने छिंदवाड़ा की टीम को खेल के हर क्षेत्र में परास्त करते हुए उसे प्रतियोगिता से बाहर का रास्ता दिखाया था। इसके बाद बालाघाट के विरूद्ध खेले गए सेमी फायनल मुकाबले में सिवनी की टीम ने एक बार फिर अपने कौशल का प्रदर्शन करते हुए बालाघाट को निहायत ही एकतरफा मुकाबले में परास्त करते हुए फायनल में खेलने की पात्रता हासिल कर ली है। यहां यह उल्लेखनीय होगा कि इस सेमी फायनल मुकाबले के हीरो सिवनी के वत्सल (हनी) नागलकर रहे।
बालाघाट के विरूद्ध खेले गए सेमीफायनल मुकाबले में सिवनी की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। हालाकि सिवनी की टीम की शुरूआत अच्छी नहीं रही और उसके शीर्ष क्रम के तीन बल्लेबाज 32 के अल्प स्कोर पर ही पवैलियन लौट चुके थे।
ऐसी विषम परिस्थितियों में बल्लेबाजी करने उतरे वत्सल (हनी) नागलकर ने सत्यम मर्सकोले के साथ मिलकर मैदान संभाला और दोनों ही बल्लेबाजों ने समझदारी पूर्वक खेलते हुए पहले तो सुरक्षात्मक रूख अख्तियार किया और विकटों के पतन के सिलसिले को रोका। दोनों ही बल्लेबाजों ने क्रीज पर जमने के बाद गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए मैदान के चारों तरफ आकर्षक प्रहार करते हुए रन बटोरना शुरू किया।
सत्यम मर्सकोले और वत्सल नागलकर ने मिलकर पांचवे विकेट के लिए 140 रन जोड़े। दोनों ही बल्लेबाजों ने अपने-अपने अर्द्धशतक भी बनाए। सत्यम ने सात चौकों की सहायता से जहां 65 रन बनाए वहीं वत्सल ने भी 53 रनों का योगदान दिया। इस तरह कमजोर शुरूआत के बाद भी सत्यम और वत्सल की जिम्मेदारी भरी पारी की बदौलत सिवनी की टीम निर्धारित 40 ओवरों में 203 रन बनाने में सफल रही।
मुकाबले के दूसरे हिस्से में भी सिवनी के खिलाड़ी एक बार फिर आक्रमक तेवरों के साथ मैदान पर उतरे और उन्होंने जवाबी पारी खेलने उतरी बालाघाट की टीम को सस्ते में ही हथियार डालने पर मजबूर कर दिया। वत्सल नागलकर ने शानदार गेंदबाजी करते हुए छः विकेट झटके, उनका बखूबी साथ देते हुए आर्यन और गजेन्द्र ने भी दो-दो विकेट हासिल किए। बालाघाट की टीम मात्र 90 रन ही बना सकी और इस तरह सिवनी ने यह मुकाबला 113 रनों से जीत लिया।
सिवनी की टीम के फायनल में प्रवेश करने पर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राजकुमार ‘पप्पू‘ खुराना एवं सचिव अरविंद दीक्षित ‘गुरू‘ ने बधाइयां एवं शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए फायनल में भी शानदार प्रदर्शन की अपेक्षाएं की हैं। यहां यह उल्लेखनीय होगा की सिवनी के इस शानदार प्रदर्शन में टीम के मैनेजर हिमांशु सतनामी का भी बड़ा योगदान है जो खिलाड़ियों का निरंतर ही उत्साहवर्धन करते हुए समय-समय पर उचित मार्गदर्शन भी दे रहे हैं।
हनी और सत्यम पर टिकीं नजरें
(अब्दुल राजिक कुरैशी)
सिवनी (साई)। सिवनी की टीम ने जबलपुर में खेली जा रही 13 वर्ष आयु समूह की संभागीय क्रिकेट प्रतियोगिता के फायनल में प्रवेश कर लिया है। इस प्रतियोगिता के सात अप्रैल से खेले जाने वाले दो दिवसीय फायनल में सिवनी का मुकाबला अब जबलपुर के साथ खेला जाएगा।
गौरतलब होगा कि इस प्रतियोगिता के अपने पहले मुकाबले में सिवनी ने छिंदवाड़ा की टीम को खेल के हर क्षेत्र में परास्त करते हुए उसे प्रतियोगिता से बाहर का रास्ता दिखाया था। इसके बाद बालाघाट के विरूद्ध खेले गए सेमी फायनल मुकाबले में सिवनी की टीम ने एक बार फिर अपने कौशल का प्रदर्शन करते हुए बालाघाट को निहायत ही एकतरफा मुकाबले में परास्त करते हुए फायनल में खेलने की पात्रता हासिल कर ली है। यहां यह उल्लेखनीय होगा कि इस सेमी फायनल मुकाबले के हीरो सिवनी के वत्सल (हनी) नागलकर रहे।
बालाघाट के विरूद्ध खेले गए सेमीफायनल मुकाबले में सिवनी की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। हालाकि सिवनी की टीम की शुरूआत अच्छी नहीं रही और उसके शीर्ष क्रम के तीन बल्लेबाज 32 के अल्प स्कोर पर ही पवैलियन लौट चुके थे।
ऐसी विषम परिस्थितियों में बल्लेबाजी करने उतरे वत्सल (हनी) नागलकर ने सत्यम मर्सकोले के साथ मिलकर मैदान संभाला और दोनों ही बल्लेबाजों ने समझदारी पूर्वक खेलते हुए पहले तो सुरक्षात्मक रूख अख्तियार किया और विकटों के पतन के सिलसिले को रोका। दोनों ही बल्लेबाजों ने क्रीज पर जमने के बाद गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए मैदान के चारों तरफ आकर्षक प्रहार करते हुए रन बटोरना शुरू किया।
सत्यम मर्सकोले और वत्सल नागलकर ने मिलकर पांचवे विकेट के लिए 140 रन जोड़े। दोनों ही बल्लेबाजों ने अपने-अपने अर्द्धशतक भी बनाए। सत्यम ने सात चौकों की सहायता से जहां 65 रन बनाए वहीं वत्सल ने भी 53 रनों का योगदान दिया। इस तरह कमजोर शुरूआत के बाद भी सत्यम और वत्सल की जिम्मेदारी भरी पारी की बदौलत सिवनी की टीम निर्धारित 40 ओवरों में 203 रन बनाने में सफल रही।
मुकाबले के दूसरे हिस्से में भी सिवनी के खिलाड़ी एक बार फिर आक्रमक तेवरों के साथ मैदान पर उतरे और उन्होंने जवाबी पारी खेलने उतरी बालाघाट की टीम को सस्ते में ही हथियार डालने पर मजबूर कर दिया। वत्सल नागलकर ने शानदार गेंदबाजी करते हुए छः विकेट झटके, उनका बखूबी साथ देते हुए आर्यन और गजेन्द्र ने भी दो-दो विकेट हासिल किए। बालाघाट की टीम मात्र 90 रन ही बना सकी और इस तरह सिवनी ने यह मुकाबला 113 रनों से जीत लिया।
सिवनी की टीम के फायनल में प्रवेश करने पर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राजकुमार ‘पप्पू‘ खुराना एवं सचिव अरविंद दीक्षित ‘गुरू‘ ने बधाइयां एवं शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए फायनल में भी शानदार प्रदर्शन की अपेक्षाएं की हैं। यहां यह उल्लेखनीय होगा की सिवनी के इस शानदार प्रदर्शन में टीम के मैनेजर हिमांशु सतनामी का भी बड़ा योगदान है जो खिलाड़ियों का निरंतर ही उत्साहवर्धन करते हुए समय-समय पर उचित मार्गदर्शन भी दे रहे हैं।
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