रविवार, 25 दिसंबर 2011

पौधा या टीनारोपण!


पौधा या टीनारोपण!



(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। देश की राजनैतिक राजधानी दिल्ली को हरा भरा रखने के लिए मुख्यमंत्री श्रीमति शीला दीक्षित बेहद फिकरमंद हैं। वे यदा कदा दिल्ली के लिए क्लीन दिल्ली, ग्रीन दिल्लीका संदेश भी दिया करती हैं। कामन वेल्थ गेम्स के दरम्यान दिल्ली को हरा भरा करने संबंधी एक और घोटाले का खुलासा होने लगा है। यह मामला प्रकाश में आते ही मुख्यमंत्री श्रीमति शीला दीक्षित की पेशानी पर पसीने की बूंदे छलक सकती हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कामन वेल्थ गेम्स के एन पहले दिल्ली सरकार द्वारा समूची दिल्ली को हरा भरा करने के लिए व्यापक स्तर पर पौधे लगाने की गरज से हरियालीयोजना का आगाज किया था। इस योजना में जनता के गाढ़े पसीने के करोड़ों रूपए फूंक दिए गए। आज इतने अंतराल बाद भी इस वृक्षारोपण का कहीं नामोनिशान भी नहीं दिख पा रहा है। दिल्ली सरकार का दावा था कि राजधानी में दस लाख पौधे रोपे गए हैं।
खुद मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने एफ एम रेडियो चेनल्स के माध्यम से दिल्ली में दस लाख पौधे लगाने की बात कही गई थी। मुख्यमंत्री का यह दावा खोखला ही निकला। वर्तमान में दिल्ली की हालत देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि दिल्ली सरकार ने कामन वेल्थ गेम्स की तैयारियों के दरम्यान जमीन पर कितने पौधे लगाए और कागजों पर कितने। हां, कहा जा रहा है कि उस वक्त सरकार ने इन पौधोें को बचाने के लिए टीन के ट्री गार्ड अवश्य ही गड़वाए थे, जो बाद में चोरों द्वारा निकाल लिए गए। कहा जा रहा है कि दिल्ली की निजाम श्रीमति शीला दीक्षित के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने विदेश से आने वाले खिलाड़ियों के दलों की आगवानी में पौधारोपण के बाजए टीनारोपण कराया गया था।

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