रविवार, 17 जून 2012

जेठमलानी ने ठोंकी प्रणव के खिलाफ ताल


जेठमलानी ने ठोंकी प्रणव के खिलाफ ताल

(महेंद्र देशमुख)

नई दिल्ली (साई)। कांग्रेस में नेहरू गांधी परिवार की चौथी राजनैतिक पीढ़ी के सदस्य एवं तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी से वैचारिक मतभेद रखकर समाजवादी कांग्रेस के जनक रहे प्रणव मुखर्जी के कांग्रेस के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के बाद अब जाने माने वकील राम जेठमलानी ने उनके खिलाफ ताल ठोंक दी है।
यूपीए द्वारा प्रणव मुखर्जी को राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद से जहां एक तरफ आम राय कायम करने की कोशिश शुरू हो गई है और पी.ए. संगमा से अपना नाम वापस लेने को कहा जा रहा है, वहीं सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने वकील और पूर्व मंत्री राम जेठलानी ने ऐलान किया है कि वह मुखर्जी के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह मुखर्जी को इस देश का राष्ट्रपति नहीं बनने देंगे।
जेठमलानी ने शनिवार को टीवी चौनलों से बातचीत करते हुए कहा कि हो सकता है, वह चुनाव हार जाएं, लेकिन इसके बावजूद चुनाव लड़कर प्रणव मुखर्जी को बेनकाब करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रणव मुखर्जी ने विदेशों में काला धन जमा करने वालों के नाम नहीं बताए।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी के पूर्व राष्ट्रपति कलाम के नाम पर अड़े रहने के बावजूद उनका नाम तेजी नहीं पकड़ रहा है। एनडीए में भी उनके नाम पर आम राय नहीं हो रही है।। सूत्रों के मुताबिक जेडी (यू) उनके नाम पर तैयार नहीं है। दूसरी ओर एनसीपी पूरी कोशिश कर रही है कि संगमा अपना नाम वापस ले लें ताकि प्रणव मुखर्जी के निर्विरोध निर्वाचित होने का रास्ता साफ हो सके। ऐसे में अचानक राम जेठमलानी का नाम आ जाना चुनावी मुकाबले को बेहद दिलचस्प बना सकता है। जेठमलानी के मुताबिक उनका जोर इस बात पर रहेगा कि बतौर वित्त मंत्री काले धन का पता लगाने में नाकाम रहे।

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