गायब क्यों हो गया
विनोद कापड़ी का विडियो बयान?
(कुमार सौवीर / विस्फोट डॉट काम)
नई दिल्ली (साई)।
यशवंत अगर दलाल या रंगदारी मांगने वाला शातिर गुंडा है, तो उसका तो फैसला
अब अदालत ही करेगी। लेकिन इतना तो दिखने लगा है कि मामला उतना सीधा है नहीं, जितना दिख रहा है।
यशवंत प्रकरण में सी-न्यूज नाम के एक न्यूज चौनल के दिल्ली़ के ब्यूरो प्रमुख ने
विनोद कापड़ी का एक इंटरव्यू किया था, तीन दिन पहले ही। यशवंत की गिरफ्तारी के बाद
यह विडियो यू ट्यूब पर आया भी और कुछ वेबसाइटों पर चला भी लेकिन थोड़ी ही देर में
इसे हटा लिया गया। आखिर इस विडियो में ऐसा क्या कहा गया था कि इस शातिरनुमा
पत्रकार ने इस इंटरव्यू के फुटेज को यू-ट्यूब पर से हटा दिया।
मामला कुछ इस तरह
है कि इंडिया टीवी के प्रबंध संपादक विनोद कापड़ी के बयान पर नोएडा के एसएसपी
प्रवीण कुमार के सौजन्घ्य से यशवंत सिंह फिलहाल डासना जेल में हैं। यशवंत पर आरोप
है कि उसने विनोद कापड़ी से बीस हजार रूपयों की रंगदारी मांगी थी। इंडिया टीवी की
मसालादार खबरों जैसी स्क्रिप्ट की तरह एक ड्रामेटिक स्टोघ्री रिपोर्ट पर लिखायी कि
सड़कछाप गुंडों की तरह यशवंत ने बीच भीड़भरी सड़क उससे रकम मांगी थी। बहरहाल, विनोद कापड़ी ने
रिपोर्ट लिखवाई और नोएडा एसएसपी प्रवीण कुमार ने यशवंत को जेल की हवा खिला दिया।
लेकिन जब इस मामले में पत्रकार जगत में तरह तरह के सवाल उठने लगे तो कापड़ी ने अपने
बचाव में ही संभवतरू सी न्यूज चौनल के मुकेश चौरसिया से बात की जिसका विडियो मुकेश
ने यूट्यूब पर भी लगा दिया था।
जिन्होंने विडियो
देखा होगा वे जानते होंगे कि आगरा से हाल ही लांच हुए सी-न्यूज चौनल के इंटरव्यू
में कापड़ी ने कुबूल कर लिया था कि यशवंत ने कापड़ी से रंगदारी नहीं मांगी थी, बल्कि यशवंत ने
कापड़ी से बीस हजार की जो रकम मांगी थी, वह उधार के तौर पर एसएमएस कर मांगी थी। इस
चौनल के दिल्ली ब्यूरो प्रमुख मुकेश चौरसिया ने कापड़ी के साथ हुई अपनी इस बातचीत
के फुटेज को यू-ट्यूब पर अपलोड कर दिया। चौरसिया ने सभी परिचित न्यूज पोर्टल
संचालकों को इस फुटेज का लिंक तथा फुटेज की ट्रांसस्क्रिप्घ्ट तैयार कर भेज दिया
ताकि उसके आधार पर यशवंत के खिलाफ माहौल बनाया जा सके। कई पोर्टलों ने इस खबर को
प्रमुखता से छापा और लिंक भी डाल दिया।
लेकिन कापड़ी के
मित्रों ने जैसे ही कापड़ी को यह खबर दी कि इस बातचीत में रंगदारी के बजाय उधार की
बात जैसे ही लोग सुनेंगे, कापड़ी के कपड़े पूरी तरह धुल जाएंगे और यशवंत के पक्ष में इससे
पूरा मामला भी पलट जाएगा और कोर्ट में कापड़ी के सारे आरोप हवा हो जाएगा क्योंकि
अपनी एफआईआर रिपोर्ट में कापड़ी पहले ही यह आरोप लगा चुका थे कि यशवंत ने रंगदारी
मांगी थी। खैर इसके बाद अफवाह यह है कि कापड़ी और चौरसिया ने आपस में मिलकर कुछ ऐसा
किया कि विडियो यूट्यूब से गायब हो गया. क्योंकि इस विडियो को अपलोड चौरसिया ने
किया था इसलिए संदेह के घेरे में विनोद कापड़ी से ज्यादा मुकेश चौरसिया हैं. फिलहाल
तो मुकेश चौरसिया का फोन बंद हो गया है। लेकिन अब वही बता सकते हैं कि उन्होंने
बातचीत क्यों की? अगर की थी
और उसे यूट्यूब पर सार्वजनिक किया था तो आखिर क्या कारण है कि उसे हटा लिया? सी-न्यूज चौनल
संचालकों से भी मुकेश चौरसिया की इस करतूत का पता लगाने की कोशिश की गयी, लेकिन उनसे भी
संतोषजनक नहीं मिल सका है।
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