शिव के राज में हाल
बेहाल
(सुरेंद्र जायस्वाल)
जबलपुर (साई)। मध्य
प्रदेश पोलिसे की खाकी पर इन दिनों जो धब्बे लग रहे है वे मध्य प्रदेश के मुख्य
मंत्री के पोलिसे को सिंग्हम बनाने के सपने को तार तार कर दिया है। २० दिन में
मध्य प्रदेश पोलिसे के तीन थाना प्रभारियो पर बलात्कार के आरोप लगने से पोलिसे
महकमे में सनंसनी है ।
ये सभी आरोपी
पोलिसे के बड़े ओहदे पर है और इन पर अपराध मिटने की जिम्मेवारी है लकिन ये अपराध
मिटने की ही आड़ में अपराध कर रहे है , ताजा मामला आदिवासी जिले डिंडोरी का है , रविवार को पीड़ित
युवती ने अजाक थाने में आकर बताया कि उसकी छोटी बहन काफी समय से लापता है, जिसकी गुमशुदगी की
शिकायत करंजिया थाने में की गई।
युवती के अनुसार
करंजिया थाना प्रभारी आरएस पन्द्रे ने कार्रवाई करने के बदले उसका शारीरिक शोषण किया।
युवती का कहना है कि थाना प्रभारी रामस्वरूप पन्द्रे ने छह बार बलात्कार किया।
इसके बाद पीड़ित युवती ने मामले की शिकायत करने जबलपुर के एक थाने की ओर रुख किया।
मामला डिंडौरी जिले से जुड़ा होने के कारण शनिवार को जबलपुर पुलिस, युवती को डिंडौरी
पुलिस के पास ले आई।
प्राप्त जानकारी के
अनुसार बलपुर में मेडिकल की पढाई कर डठठै की छात्र उसकी बहिन ने लिखवाई थी , थ्प्त् में उसका
मोबाइल नंबर भी था ,
थाना करंजिया के थाना प्रभारी रामस्वरूप पन्द्रे ने इस मोबाइल
नम्बर पर कई बार बात की और बहिन को ढूढने के बहाने इस मेडिकल की छात्र को शाहपुरा
बुलाया और पचास हजार रूपये की मांग की , जब माग पूरी ना हुई तो टी आइ आर एस पंद्रे
ने वन विभाग के रेस्ट हिउसे में इसका बलात्कार किया। यह सिलसिला लगातार एक साल से
चल रहा है
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