मंगलवार, 30 अक्टूबर 2012

लाजपत ने लूट लिया मध्य प्रदेश जनसंपर्क


लाजपत ने लूट लिया मध्य प्रदेश जनसंपर्क

(विस्फोट डॉट काम)

(मध्य प्रदेश में मीडिया पर कब्जा करने की मंशा शायद भाजपा सरकार या संगठन की है। यही कारण है कि मध्य प्रदेश में सरकारी विज्ञापन जारी करने के लिए पाबंद जनसंपर्क महकमे में अधिकारों की धुरी सिमटकर अपर संचालक लाजपत आहूजा के इर्द गिर्द आ गई है। इंटरनेट पर कम रैंकिंग वाली एक वेब साईट को पंद्रह लाख रूपए के विज्ञापन दिए जाते हैं तो बाकी की वेब साईट अफसरों की चिरौरी पर मजबूर हैं। मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग के काले चिट्ठों से संबंधित समाचार की कडियां हम आप तक पहुंचाने का प्रयत्न कर रहे हैं)

भोपाल (साई)। मध्य प्रदेश जनसंपर्क के आदेश क्रमांक डी-72316 एमपी पोस्ट के नाम जारी किया गया है। यह आदेश 17 अगस्त 2012 को जारी किया गया है जिस पर 15 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई है। कमाल देखिए की वेबसाइट को विज्ञापन देने के एक सप्ताह के अंदर ही शर्मन नगेले 15 लाख रूपये का बिल जनसंपर्क में जमा करा देते हैं। वे 25 अगस्त को अपना बिल जमा कराते हैं और उनके बिल पर आनन फानन में कार्रवाई करते हुए डेढ़ महीने के अंदर जनसंपर्क विभाग भुगतान भी कर देता है। शर्मन नगेले 25 अगस्त 2012 को बिल जमा कराते हैं और 11 अक्टूबर 2012 को उन्हें 14 लाख 70 हजार ई ट्रांसफर के जरिए जारी कर दिया जाता है।
अव्वल तो इस आदेश पर ही सवाल उठता है कि एक अदना सी वेबसाइट को आखिर किस आधार पर पंद्रह लाख का विज्ञापन दिया गया। यह सच है कि मध्य प्रदेश जनसंपर्क में वेबसाइटों को लेकर कोई नियम कानून नहीं है और अपनों को उपकृत करने के लिए मध्य प्रदेश जनसंपर्क के विज्ञापन वेबसाइटों को भरपूरी मात्रा में बांटे जाते हैं। लेकिन इस मामले में कई गंभीर सवाल खड़े होते हैं। एक तो यह साइट कोई ऐसी विशेषज्ञता वाली वेबसाइट नहीं है और न ही इसकी दर्शकों की संख्या इतनी बड़ी है कि जनसंपर्क उसके जरिए लोगों तक पहुंचने के लिए एक विज्ञापन के ऐवज में 15 लाख रूपये का भुगतान कर दे। फिर आखिर क्या कारण है कि लाजपत आहूजा ने यह कमाल कर दिखाया?
मध्य प्रदेश जनसंपर्क में लूट की इस अनहोनी कहानी के सामने आने आने के बाद मध्य प्रदेश सरकार और संबंधित मंत्री की जिम्मेदारी बनती है कि वह जनसंपर्क द्वारा जारी इस विज्ञापन की जांच करवाएं कि आखिर किस आधार और क्राइटेरिया के तहत जनता के 15 लाख रूपये एमपीपोस्ट।कॉम को जारी किये गये। साथ ही साथ शर्मन नगेले के एकाउण्ट की भी जांच होनी चाहिए कि एकममुश्त रकम हासिल करने के बाद क्या उन्होंने कोई बड़ी रकम किसी को अदा की है। अगर दी है तो वह व्यक्ति कौन है? साथ ही साथ इस संबंध में एक विभागीय जांच भी करनी चाहिए कि लाजपत के राज में लूट की और कौन कौन सी कहानी लिखी जा रही है?

कोई टिप्पणी नहीं: