नीतीश की यात्रा में उतरवाए
लड़कियों के दुपट्टे!
(प्रतिभा सिंह)
पटना (साई)। काले कपड़े से
डरने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अधिकार यात्रा के दौरान नवादा में
लड़कियों के काले दुपट्टे उतरवा दिए गए. इस घटना ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है.
जदयू के निलंबित सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री को अधिकार यात्रा बंद करने
की नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि ऐसा असभ्य आचरण किसी सरकार ने नहीं किया होगा.
काले कपड़ों पर रोक के
मुख्यमंत्री के आदेश का पालन करते हुए पुलिसकर्मियों ने वृद्धजनों के छाते रखवा
लिए. महिलाओं और युवतियों को जबरदस्ती दुपट्टे उतारने के लिए बाध्य किया गया.
बुधवार को उन्होंने कहा कि इस घटना का वे पुरजोर विरोध करते हैं.
भाजपा नेता व पर्यटन मंत्री
सुनील कुमार पिंटू ने भी दुपट्टे उतरवाने की घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा कि
यह महिलाओं की इज्जत से खिलवाड़ है. हालांकि पिंटू ने कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत राय
है और मंत्री होने के नाते नहीं कह रहे.
लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष
पशुपति कुमार पारस ने कहा कि अपनी सभाओं में काले दुपट्टे उतरवाकर मुख्यमंत्री
राज्य की बेटियों का चीरहरण करा रहे हैं. बुधवार को जारी बयान में पारस ने कहा कि
इस कृत्य से पूरे बिहार का सिर शर्म से झुक गया है. उन्होंने कहा कि जनविरोध से
विचलित होकर नीतीश कुमार ऐसा कर रहे हैं. यह उनकी तानाशाही प्रवृत्ति का परिचायक
है.
नीतीश पर कटाक्ष करते हुए
लालू ने कहा था कि क्या लोग अपने काले बाल भी हटवा कर मुख्यमंत्री की सभा में
जायें. ज्ञातव्य है कि विकास पुरुष नीतीश कुमार का उनके अधिकार यात्रा में लगातार
विरोध किया जा रहा है. उनपर जूते-चप्पल फेंके जा रहे हैं. काले झंडे दिखाए जा रहे
हैं. कुछ दिन पहले इससे नीतीश कुमार खफा हो गए थे और उन्होंने आंदोलन कर रहे
अध्यापकों को ही चुनौती दे डाली थी.
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