शुक्रवार, 9 नवंबर 2012

राम का नाम लेने वाली पार्टी को अब लगने लगे राम बुरे


राम का नाम लेने वाली पार्टी को अब लगने लगे राम बुरे

(महेंद्र देशमुख)

नई दिल्ली (साई)। भगवान राम के नाम का उपयोग कर सत्ता हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को अब भगवान राम ही आखों में खटकने लगे हैं। जहां फिल्म में राधा को सेक्सी बताने के मुद्दे को संसद में उठाने की तैयारी कर रही है, वहीं उसके ही राज्य सभा सांसद राम जेठमलानी ने भगवान राम के बारे में एक विवादित बयान दे डाला है। जेठमलानी ने कहा कि भगवान राम एक बेहद बुरे पति थे और उनके भाई लक्ष्मण तो उनसे भी बुरे थे।
राम जेठमलानी ने स्त्री-पुरुष संबंधों पर लिखी किताब के विमोचन पर कहा, कि राम बेहद बुरे पति थे। और वे उन्हें बिल्कुल ...बिल्कुल पसंद नहीं करते। कोई मछुवारों के कहने पर अपनी पत्नी को वनवास कैसे दे सकता है। जेठमलानी ने आगे कहा, कि लक्ष्मण तो और बुरे थे। लक्ष्मण की निगरानी में ही सीता का अपहरण हुआ और जब राम ने उन्हें सीता को ढूंढने के लिए कहा तो उन्होंने यह कहते हुए बहाना बना लिया कि वह उनकी भाभी थीं। उन्होंने कभी उनका चेहरा नहीं देखा, इसलिए वह उन्हें पहचान नहीं पाएंगे। जेठमलानी के इस बयान पर अभी तक बीजेपी के किसी नेता की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
गौरतलब है कि गुरुवार सुबह ही बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने फिल्म स्टूडेंट ऑफ द इयर में राधा को सेक्सी कहने पर ऐतराज जताते हुए इस मामले को संसद में उठाने का ऐलान किया था।  सुषमा स्वराज ने दिल्ली में आरएसएस के एक कार्यक्रम में कहाकि उन्हें पता चला है कि इन दोनों ही फिल्मों में हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है। यह क्यों होता है कि गानों या फिल्मों में सिर्फ हिन्दू देवताओं का ही नाम आता है। स्टूडेंट ऑफ द इयर फिल्म के एक गाने में राधा का नाम है। पता नहीं क्यों लोग सीता, राधा, कौशल्या आदि का नाम ही इस्तेमाल करते हैं। अक्सर इनका नाम बुरे सेंस में ही इस्तेमाल कर लिया जाता है।
वैसे लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज हाल ही में रिलीज हुई दो फिल्मों ओ माई गॉड और स्टूडेंट ऑफ द ईयर से नाराज हैं। उन्होंने कहा है कि वह अपनी राय से सहमति रखने वाले लोगों के साथ संसद में भी इस मुद्दे को उठाएंगी।  बीजेपी नेता ने कहा कि हजारों नाम ऐसे हैं जिनका इस्तेमाल किया जा सकता है, फिर इन्हीं नाम को क्यों चुनते हैं। मैं इस मामले को संसद में उठाऊंगी अैर इस प्रचलन को रोकने की मांग करूंगी।

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