नेता प्रतिपक्ष पर
माओवादी हमला!
(अभय नायक)
रायपुर (साई)।
माओवादियों ने गुरूवार सुबह पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा को उनके गृहग्राम
फरसपाल से आठ किमी दूर ग्राम कंवलनार व भोगाम के बीच ब्लास्ट से उड़ाने का प्रयास
किया। वाहन बुलेट प्रूफ होने से कर्मा विस्फोट में बाल-बाल बच गए। लेकिन, वाहन चालक सुखेश्वर
जोल्हे घायल हो गया।
विस्फोट के बाद माओवादियों
ने आधे घंटे तक फायरिंग भी की। फॉलो पार्टी की जवाबी कार्रवाई के बाद माओवादी भाग
गए। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए जगदलपुर भेजा गया है। कर्मा को अंदरूनी चोट
के चलते विशेष हेलिकॉप्टर से राजधानी भेजा गया और वहां एक निजी अस्पताल में भर्ती
कराया गया। जबकि, घायल
ड्राइवर सहित एक अन्य जवान का उपचार मेडिकल कॉलेज जगदलपुर (मेकाज) में चल रहा है।
राज्य के गृह मंत्रालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि घटना के
बाद पुलिस पार्टी व सीआरपीएफ की 111वीं बटालियन रवाना हुई।
कर्मा कांग्रेस
पार्टी के आयोजन में शरीक होने के लिए बारसूर के लिए अपने घर फरसपाल से रवाना हुए
थे। सात गाडियों के काफिले में उनकी गाड़ी चौथे क्रम पर थी। माओवादियों ने कर्मा की
गाड़ी को ही टारगेट किया। विस्फोट कर्मा के वाहन के इंजन के नीचे हुआ इससे गाड़ी
करीब दस फीट दूर जा गिरी। इसके बाद माओवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी।
मुठभेड़ के बाद
माओवादी फरसपाल की पहाडियों की ओर भाग गए। इनकी संख्या 20 से 25 के बीच बताई जा
रही है। दंतेवाड़ा के पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि
मुताबिक जहां ब्लास्ट हुआ, वहां बम पहले से प्लांट था। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि सड़क
पर 4-5 फीट गड्ढा
हो गया। इसमें 20 से 30 किलो बारूद का
इस्तेमाल हुआ था। घटना को एलओसी पार्टी ने अंजाम दिया।
यहां उल्लेखनीय
होगा कि महेंद्र कर्मा पर माओवादी इसके पहले तीन बार जानलेवा हमला कर चुके हैं। 21 अगस्त 1991 को भैरमगढ़ थाने के
बरदेला के पास काफिले पर फायरिंग हुई। 2005 में चिंतागुफा इलाके में प्रवास के दौरान
काफिले पर ब्लास्ट किया गया। और 8 मार्च 2007 को दंतेवाड़ा के
अरनपुर घाटी के पास विस्फोट कर कर्मा को उड़ाने काप्रयास किया गया, जिसमें एक जवान
घायल हुआ था।
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