शुक्रवार, 9 नवंबर 2012

फोरलेन के मार्ग प्रशस्त: वर्मा


फोरलेन के मार्ग प्रशस्त: वर्मा

(शिवेश नामदेव)

सिवनी (साई)। सिवनी। फोर लेन निर्माण में आने वाले व्यवधान अब समाप्त होते दिख रहें हैं। प्रदेश वन्य प्राणी बोर्ड ने प्राधिकरण के प्रस्ताव को स्वीकार कर दिल्ली भेज दिया हैं। इसे लेकर जन मानस काफी आदोलित हैं और कई तरह के नकारात्मक प्रचार प्रसार से केन्द्र सरकार के बारे में भ्रम फैलाया जा रहा हैं। इसलिये इसे शीष्र ही स्वीकार कर काम चालू कराया जाये। उक्ताशय की मांग जिले के वरिष्ठ इंका नेता आशुतोष वर्मा ने प्रधानमंत्री,राहुल गाध्ंाी,भू तल परिवहन मंत्री सी.पी. जोशी और वन एवं पर्यावरण मंत्री श्रीमती जयंती नटराजन को एक पत्र भेज कर की हैं।
इंका नेता वर्मा ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में आगे उल्लेख किया है कि प्रधानमंत्री स्वर्णिम चर्तुभुज के अंर्तगत उत्तर दक्षिण गलियारे में निर्माणाधीन मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में सिवनी से खवासा के निर्माण कार्य में कुरई घाट में विवाद हो गया था। माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार एन.एच.ए.आई और वन एवं पर्यावरण विभाग द्वारा संयुक्त प्रस्ताव स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड में प्रस्तुत किया गया था। स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड ने अपनी बैठक दिनांक 28 जुलाई 2012 को इस संशोधित प्रस्ताव को अपनी मंजूरी देकर नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड में प्रस्तुत करने की अनुशंसा कर दी हैं। विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 8 नवम्बर 2012 को यह प्रस्ताव दिल्ली भेज दिया गया हैं।
अपने पत्र में इंका नेता आशुतोष वर्मा ने उल्लेख किया है कि इसे लेकर जिले का जन मानस काफी आंदोलित हें और समय समय पर इस मांग को लेकर जनांदोलन भी होते रहें हैं। पिछले दिनों जब कांग्रेस महासचिव श्री राहुल गांधी जिले के प्रवास में आये थे तब उनके समक्ष भी जोरदार तरीके से इस मांग को रखा गया था। उन्होंने जिलें की जनता को आश्वस्त किया था कि शीघ्र ही इस मांग को पूरा किया जायेगा। राहुल जी के इस आश्वासन से जनता आश्वस्त हो गयी थी कि शीघ्र ही यह मांग पूरी हो जायेगी।
इंका नेता वर्मा ने पत्र में यह भी लिखा हैं कि जिले की जीवन दायिनी कही जाने वाली फोर लेन के इस मामले में बहुत अधिक आधारहीन नकारात्मक प्रचार प्रसार भी हो रहा हैं जिससे केन्द्र सरकार के संबंध में यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि वह इसमें अड़गें लगा रही है। वैसे भी वर्तमान सड़क का पिछले पांच साल से रख रखाव नहीं होने के कारण यह सड़क इतनी अधिक खस्ता हाल हो गयी थी कि इस कारण एन.एच. 7 पर कई बार ना केवल जाम लगा वरन वाहन दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान भी चली गयी थी। 
पत्र के अंत में इंका नेता आशुतोष वर्मा ने अनुरोध किया है कि शीघ्र ही इस प्रस्ताव को नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड से स्वीकृति दिलाने का कष्ट करें ताकि शीघ्र यह महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय परियोजना पूरी हो सके और समय और ईंधन बचाने के मूल मंत्र के तहत बन रहे इस कॉरीडोर का लाभ जनता को मिल सके।

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