बढ़ेगा मोदी का कद
(जलपन पटेल)
अहमदाबाद (साई)।
भारतीय जनता पार्टी में हिन्दुत्व का पर्याय बन चुके गुजरात के मुख्यमंत्री
नरेंद्र मोदी को जल्द ही भारतीय जनता पार्टी में बड़ी और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल
सकती है। राजनीतिक हल्कों में चर्चा है कि फरवरी में नरेंद्र मोदी को पार्टी की
इलेक्शन कैंपेन कमिटी का मुखिया बनाया जा सकता है।
संघ के सूत्रों ने
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इस माह के अंत तक नितिन गड़करी की दुबारा
ताजपोशी पूरी कर ली जाएगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक नितिन गडकरी पार्टी का
अध्यक्ष के रूप में दूसरा कार्यकाल शुरू करने के एक-दो हफ्तों के अंदर नरेंद्र
मोदी का नाम पार्टी की कैंपेन कमिटी के चेयरमैन के रूप में सुझा सकते हैं।
आमतौर पर बीजेपी
अपनी कैंपेन कमिटी के अध्यक्ष की नियुक्ति इलेक्शन से ठीक पहले करती है, लेकिन इस बार हालात
काफी अलग और महत्वपूर्ण हैं। भारतीय जनता पार्टी चाहती है कि वह इलेक्शन से काफी
पहले ही नई कैंपेन कमिटी का गठन कर दे। ऐसा इसलिए, क्योंकि कांग्रेस
पहले ही तय कर चुकी है कि उसके प्रचार का जिम्मा राहुल गांधी संभालेंगे। ऐसे में
बीजेपी नहीं चाहती कि वह चुनाव की तैयारियों में पिछड़ जाए।
बताया जा रहा है कि
इस कदम के पीछे का मकसद जेडीयू को एनडीए के साथ बनाए रखना भी है। बिहार के
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही साफ कर चुके हैं कि अगर बीजेपी नरेंद्र मोदी को
प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार बनाती है, तो उनकी पार्टी एनडीए से अलग हो जाएगी।
बीजेपी नहीं चाहती कि एनडीए की महत्वपूर्ण सहयोगी पार्टी उसका साथ छोड़े। इस तरह के
हालात टालने के लिए मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के बजाए चुनाव
प्रचार कमिटी का हेड बनाना पार्टी समझदारी भरा फैसला हो सकता है।
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