तमिलनाडू में
राष्ट्रभाषा बैन!
(प्रीति सक्सेना)
चैन्नई (साई)।
हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा है और यही भारत को एक सूत्र में पिरो सकती है। यह बात
राष्ट्र पिता महात्मा गांधी ने कही थी, पर देश के एक राज्य तमिलनाडू में
राष्ट्रभाषा को लेकर एक बार फिर तूफान खड़ा होने लगा है। 60 के दशक में हिंदी
विरोधी आंदोलन के गवाह बने तमिलनाडु में एकबार फिर हिंदी को लेकर विरोध शुरू हो
गया है। इसके चलते मदुरै जिला प्रशासन को तमिल और अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी में
साइनबोर्ड लगाने का फैसला वापस लेना पड़ा है।
मदुरई के साई
संवाददाता ने जिला कलेक्टोरेट कार्यालय के सूत्रों के हवाले से बताया कि मंदिरों
के शहर कहे जाने वाले मदुरै में आने वाले पर्यटकों की सहूलियत के लिए तमिल और
अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी में साइनबोर्ड लगाए गए थे। लेकिन स्थानीय लोगों की
इच्छा को देखते हुए इन्हें हटा लिया गया है। हिंदी में साइनबोर्ड लगाने के खिलाफ
कई स्थानीय संगठनों ने विरोध-प्रदर्शन किया था।
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