गुरुवार, 28 फ़रवरी 2013

छत्‍तीगढ : जज को चाहिए पत्नि से न्याय!


जज को चाहिए पत्नि से न्याय!

(आंचल झा)

रायपुर (साई)। लोग न्याय के लिए अदालत पर निर्भर हैं यह सही बात है इसके साथ ही साथ न्याय देने वाले जज के प्रति लोगों के मन में आज भी भरोसा बरकरार है। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां के छुईखदान में पदस्थ सिविल न्यायाधीश (वर्ग-2) शैलेश शर्मा अपनी ही पत्नी के खिलाफ थाने पहुंच गए और धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया। थाने पहुंचकर न्यायाधीश थानेदार से बोले-उनकी पत्नी एन शर्मा ने 6 चेक पर फर्जी हस्ताक्षर किए। रिश्तेदारों से दो लाख रुपए वसूल लिए। साथ ही न्यायाधीश की पत्नी का हवाला देते हुए उधारी में ज्वेलरी भी खरीद ली।
पिछले साल 26 दिसंबर को जुर्म दर्ज होने के बाद संभावित गिरफ्तारी से बचने के लिए पत्नी हाई कोर्ट पहुंच गई पर उन्हें राहत नहीं मिली। मंगलवार को जस्टिस मनींद्र मोहन श्रीवास्तव की अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत की याचिका खारिज कर दी। छुईखदान पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि न्यायाधीश ने शिकायत में कहा है कि उसकी पत्नी ने चेक पर फर्जी हस्ताक्षर तो किए हैं पर उसका इस्तेमाल नहीं किया। यह चेक पत्नी के ही पास है। अब मामला हाई कोर्ट में है, इसलिए वहां से डायरी पहुंचने के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी।

कोई टिप्पणी नहीं: