बजट तक शायद चलें मनमोहन . . . 64
नए साल में नई टीम बना सकते हैं मनमोहन
परफार्मेंस के आधार पर होगा फैसला
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली (साई)। घपले, घोटालों और भ्रष्टाचार के सारे कीर्तिमान ध्वस्त करने वाली उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार ने एक के बाद एक मंत्रियों को हटाने की कवायद का लाभ बसपा को मिलता देख मनमोहन सिंह ने भी अब मंत्रीमण्डल की शुद्धि का मन बना ही लिया है। मास्को से वापसी के दौरान वजीरे आजम मनमोहन सिंह ने इस बात के संकेत दिए थे कि जल्द ही उनके मंत्रीमण्डल में फेरबदल और विस्तार किया जाएगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के सूत्रों का कहना है कि वजीरे आजम की इच्छा के अनुरूप हर मंत्रालय से उसके परफार्मेंस के आधार पर रिपोर्ट कार्ड तलब किया गया है। अगर प्रधानमंत्री की चली तो मंत्रियों का भाग्य उनके रिपोर्ट कार्ड यानी प्रदर्शन पर ही निर्भर करेगा। मनमोहन सिंह ने गैर राजनैतिक लोगों के माध्यम से एक दर्जन से ज्यादा महात्वपूर्ण क्षेत्रों को चिन्हित किया है, जो आने वाले समय में यूपीए सरकार के एजेंडे में सबसे उपर होंगे।
पीएमओ के सूत्रों ने आगे कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अति विश्वस्त पीएम के प्रधान सचिव पुलक चटर्जी को सरकार के कामों और इन क्षेत्रों के सार्वजनिक कार्यक्रमों की मासिक मानिटरिंग के लिए अधिकृत किया गया है। मंत्रालयों को निर्देशित भी किया गया है कि वे अपनी उपलब्धियों एवं लक्ष्य के लिए समय सीमा निर्धारित कर उसमें पूरा करने का प्रयास करे। जिन विकास के कामों के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय की मदद की दरकार है उसके लिए पीएमओ से मदद ली जाए।
सूत्रों ने कहा है कि पीएमओ को हर मंत्रालय की मासिक रिपोर्ट हर हाल में महीने की पांच तारीख को मिल जाए। पीएमओ द्वारा एकजाई समग्र प्रतिवेदन हर माह की 12 तारीख को जारी किया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि त्रणमूल कांग्रेस और द्रमुक को अधिक स्थान देने के लिए मंत्रीमण्डल में जल्द ही विस्तार की उम्मीद है। पूस के महीने के समाप्त होते ही द्रमुक के दो तो त्रणमूल के एक संसद सदस्य को लाल बत्ती से नवाजा जाएगा।
(क्रमशः जारी)
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