बिजली की कटौती से
परेशानी
(दिशा कुमारी)
रूडकी (साई)।
आईआईटी के कारण प्रसिद्धि पाने वाले रूडकी शहर में इन दिनों असमय विद्युत कटौती
जमकर की जा रही है। अघोषित विद्युत कटौती से नागरिक हलाकान हैं तो बिजली कटौती पर
जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे हुए हैं। केंद्रीय राज्यमंत्री हरीश रावत बिजली व पानी की
समस्या को नजरअंदाज कर गए, जबकि कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र राकेश व संसदीय सचिव फुरकान
अहमद भी बिजली कटौती से आमजन को राहत दिलाने के प्रति गंभीर नहीं दिख रहे हैं।
क्षेत्र में लगातार
बिजली कटौती से लोग परेशान हैं। लोगों ने क्षेत्र के दौरे पर आए केंद्रीय
राज्यमंत्री हरीश रावत के समक्ष रुड़की व मंगलौर क्षेत्र के किसानों ने बिजली व
पानी की समस्या उठाई। इसके बाद भी समस्या जस की तस बनी है। ग्रामीण कई बार इन
समस्याओं को काबीना मंत्री सुरेंद्र राकेश व संसदीय सचिव फुरकान अहमद के समक्ष भी
रख चुके हैं। इसके बावजूद कटौती जारी है।
कटौती के चलते
बिजली के निजी व सरकारी ट्यूबवैल बंद रहने से सिंचाई व्यवस्था ठप पड़ चुकी है।
बिजली के अभाव में किसान को महंगे डीजल से खेतों की सिंचाई करना पड़ रहा है। आलम यह
है कि बिजली कटौती अधिक होने से जलसंस्थान की टंकी से नहीं मिल पा रहा पानी। इसके
अलावा इसका असर फैक्ट्रियों पर भी पड़ रहा है जहां कम हो रहा उत्पादन।
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