रविवार, 21 अक्टूबर 2012

आतंकियों की मदद बंद करे पाक


आतंकियों की मदद बंद करे पाक

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज कहा कि पाकिस्तान आंतकवादियों को भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने मे उनकी मदद कर रहा है। श्री शिंदे ने नई दिल्ली में पुलिस समृति दिवस परेड की सलामी लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ जान बूझकर हमले करा रहा है, क्योंकि वैश्विक आर्थिक मंदी के बावजूद भारत द्वारा की गई प्रगति से वह खुश नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि पहले भी उन्होंने कह दिया था कि जब इस प्रांत में शांति नहीं आती, तब तक मैं सैन्य नहीं निकालूंगा। इस तरह की मैंने बात कही थी और उसके बाद दो-तीन दिन के बाद ही में इस तरह का हादसा हो गया और इसे हादसा नहीं  कहते। इसे तो पर्पसफूल अटैक भारत पर करने का और भारत की जो भूमि है उस पर इसी तरह का अटैक करने का काम कर रहे हैं, लेकिन हम बहुत सतर्क है।
श्री शिंदे ने कहा कि पिछले दो तीन वर्षों में देश में घुसपैठ की घटनाओं में कमी आई है, हालांकि कुछ आतंकवादी संगठन ऐसे प्रयास कर रहे हैं। इस संदर्भ में उन्होंने समाज के सभी वर्गों से देश की प्रगति के लिए काम करने की अपील की। गृह मंत्री ने जम्मू कश्मीर में पूर्ण शांति होने तक राज्य के कुछ हिस्सों से सेना को पूरी तरह हटाने की संभावना से इंकार किया। उन्होंने कहा कि सीमा पार से होने वाली घुसपैठ के बारे में हमारे पास पूरी जानकारी है। पूर्ण शांति आने के बाद हम निकाल देंगे और हस्ते-हस्ते निकाल देंगें। हमारे को इसका कोई शोक नहीं है कि वहां सैनिक और अर्धसैनिक रहे।
श्री शिंदे ने कहा है भारत और बंगलादेश की सीमा पर बाड़ लगाने का काम जल्दी ही पूरा कर लिया जाएगा। श्री शिंदे ने कहा कि दोनों देशों की सीमा चार हजार किलोमीटर से ज्यादा लंबी है और दो हजार किलोमीटर से ज्यादा में बाड़ लगाये जा चुके हैं।
उधर, समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के जम्मू कश्मीर ब्यूरो से विनोद नेगी ने बताया कि बारामूला जिले के सोपोर कस्बे में कल रात एक मुठभेड में दो आतंकवादी मारे गये। जिस मकान में आतंकवादी छिपे थे, उसे गिरा दिया गया है और दो आतंकवादियों के शवों की खोज की जा रही है। आतंकवादियों और जवानों के बीच संघर्ष आज सुबह समाप्त हुआ। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कल शुरू हुए इस अभियान में एक सहायक पुलिस उप-निरीक्षक और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल का एक जवान घायल हो गया। सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद, श्रीनगर से ५२ किलोमीटर दूर, सोपोर में चनाखान इलाके को घेर लिया। आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोली चलाई, जिससे मुठभेड शुरू  हुई। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, क्योंकि वहां लश्करे तैयबा के एक शीर्ष कमांडर के घिरे होने की खबर मिली थी।
वहीं दूसरी ओर गोवहाटी से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से पुरबालिका हजारिका ने खबर दी है कि असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने कहा है कि घुसपैठ राज्य की सबसे बड़ी समस्या नहीं है, जैसा कि विपक्षी दल कह रहे है। कल गुवाहाटी में, विदेशियों के मुद्दे पर श्वेत पत्र जारी करते हुए उन्होंने कहा कि रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है और सरकार ऐसा ही कर रही है। श्री गोगोई ने यह भी कहा कि उनकी सरकार के प्रयासों की बदौलत सीमापार से घुसपैठ में काफी कमी आई है।
ज्ञातव्य है कि असम के गृह और राजनीतिक विभाग के अनुसार १९८५ में से अब तक विदेशी अधिग्रहण द्वारा ७३ हजार से अधिक मामले निपटाएं गए हैं और ६१ हजार लोगों को विदेशी घोषित किया गया है। अब तक लगभग ढ़ाई हजार अवैध बांगलादेशियों को वापस अपने देश भेजा गया है। असम बंगलादेश सीमा सुरक्षा पर रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक २१८ किलोमीटर सीमा पर बाढ़ लगाए गए हैं। जलमार्ग से घुसपैठ रोकने के लिए ११ पुलिस चौकियां बनाए गए हैं। इस बीच विपक्षी असमगण परिषद ने कहा है कि सरकार ने घुसपैठ रोकने के तरीके का उल्लेख नहीं किया है।
वहीं मणिपुर से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से गायत्री बरूआ ने बताया कि मणिपुर में इम्फाल पश्चिमी जिले में नगरपालिका आयुक्त के आवास पर संदिग्ध आतंकवादियों ने एक शक्तिशाली हथगोला फेंका लेकिन उसमें विस्फोट नहीं हुआ। सरकारी सूत्रों ने बताया कि बाद में पुलिस ने हथगोले को निष्क्रिय कर दिया। किसी व्यक्ति या ग्रुप ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। इस बीच, पुलिस कंमाडो और अर्धसैनिक बलों के अलग-अलग अभियान में तीन आतंकवादी पकड़े गये हैं। पुलिस के अनुसार उनके पास से आर डी एक्स सहित विस्फोटक सामग्रियां बरामद हुई हैं।

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