बापू के दो पत्र
होंगे नीलाम
(अभिलाषा जैन)
लंदन (साई)।
महात्मा गांधी द्वारा लिखे गए दो पत्रों की अगले महीने सोदबी की नीलामी में बोली
लगाई जाएगी। इन पत्रों में गांधी की ओर से गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के बडे भाई
द्विजेंद्रनाथ को लिखा गया पत्र भी शामिल है। आगामी 12 दिसंबर को
अंग्रेजी साहित्य,
इतिहास, बच्चों की किताबों और चित्रों की नीलामी
होगी जिसमें बापू के पत्रों के अलावा भारतीय संविधान की एक दुर्लभ प्रति भी शामिल
होगी। इस नीलामी में कुछ 200 चीजों की बोली लगाई जाएगी।
वर्ष 1922 में अहमदाबाद की
साबरमती जेल में बंद किए जाने के बाद गांधी ने द्विजेंद्रनाथ को एक खत भेजा था
जिसमें उन्होंने खुशी जताई है कि उनको सजा ऐसे समय में हुई है जब उन्हें लगता है
कि वह इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने भारत में एक स्थायी
शांति पर खुशी जताते हुए उसे अपनी ताकत बताया है।
गांधी ने
द्विजेंद्रनाथ को पेंसिल से लिखे दो पन्नों के पत्र में यह भी कहा कि वह ‘यंग इंडिया’ को उनके समर्थन के
संदेश भेज दें। इस पत्र की कीमत पांच से सात हजार पाउंड के बीच आंकी गई है। एक
दूसरे पत्र की कीमत तीन से चार हजार पाउंड के बीच आंकी गई है। यह पत्र गांधी ने
वर्ष 1922 में एक
अज्ञात मित्र को सांत्वना देने के लिए उस समय भेजा था जब उन्होंने चार्ली एंड्रयूज
से उस व्यक्ति की मां के निधन के बारे में सुना था। गांधी ने इस खत में लिखा,‘‘जीवन और मरण को एक
समान मानना चाहिए’’।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें