फिर से बारिश ओले
की संभावनाएं
(शरद)
नई दिल्ली (साई)।
एक बार फिर ओले और बारिश के लिए तैयार हो जाइए। तीन समुद्रों मेडिटेरैनियन, कैस्पियन और ब्लैक
सी से उठा मजबूत वेस्टर्न डिस्टर्बेंस तेजी से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और
उत्तराखंड की ओर बढ़ रहा है। गुरुवार को यह जम्मू-कश्मीर से 1500 किलोमीटर की दूरी
पर था और 500 किलोमीटर प्रतिदिन की रफ्तार से इस ओर बढ़ रहा है।
मौसम विभाग के
सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि 2 फरवरी की रात तक यह नॉर्थ
पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में पहुंच जाएगा। इसके पहुंचने से पहाड़ी
इलाकों में बारिश और बर्फबारी होगी, जबकि दिल्ली सहित मैदानी इलाके पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व
राजस्थान में ओलों के साथ-साथ 2 से 6 फरवरी के बीच बारिश होगी। 4 और 5 फरवरी को
पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश होगी।
इसका असर मैदानी
इलाकों पर भी पड़ेगा। इस दौरान कोहरा भी रहेगा। स्वामी के मुताबिक, 7 से 10 फरवरी तक
पाकिस्तान और अफगानिस्तान की ओर से सर्द हवाएं चलेंगी। इन हवाओं के कारण न्यूनतम
तापमान गिरकर 5 और 6 डिग्री तक नीचे चला जाएगा।
मौसम के इस बदलाव
के लिए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस को जिम्मेदार बताया जा रहा है। ईरान और इराक से आगे
मेडिटेरैनियन, कैस्पियन
और ब्लैक सी हैं। ये तीनों आसपास पड़ते हैं। समुद्री इलाके होने के कारण यहां गर्मी
और नमी रहती है। कम दबाव के कारण इन समुद्रों की ओर ठंडी हवाएं चलती हैं। गर्म और
ठंडी हवाओं के मिलने से यहां हवाएं नमी लेकर ऊपर की ओर उठने लगती हैं। फिर चक्रवात
का रूप ले लेती हैं। ये चक्रवाती हवाएं पाकिस्तान होते हुए जम्मू-कश्मीर की ओर
बढ़ती हैं।
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