भारत गणराज्य में
पाकिस्तान का पाठ!
(निधि गुप्ता)
मुंबई (साई)। भारत
ऐसा देश है, जहां पर
ह्यूमन राइट्स की स्थिति ठीक नहीं है ...भारतीय सेना और पुलिस जाति-धर्म के आधार
पर भेदभाव करती है। यह सब कुछ पाकिस्तान या इस्लामी देश के किसी मदरसे में नहीं, बल्कि मुंबई
यूनिवर्सिटी में पढ़ाया जा है। यूनिवर्सिटी के अंडर ग्रैजुएट कोर्स के फाउंडेशन
कोर्स-2 में पढ़ाई जा रही एक किताब में यह कॉन्टेंट मौजूद है। हैरान हो गए ना आप? लेकिन यह सच है।
आपको यह जानकर हैरानी होगी यह कॉन्टेंट पाकिस्तान की डिफेंस वेबसाइट से कॉपी किया
गया है।
एक निजी समाचार
चेनल ने प्रफेसर माइकल वाज़ की किताब में आपत्तिजनक कॉन्टेंट होने के बारे में 18
जनवरी को रिपोर्ट दिखाई थी। इस किताब में सांप्रदायिक रूप से बेहद संवेदनशील
कॉटेंट था। मगर वाज़ अब कह रहे हैं कि उन्हें नहीं मालूम था कि उनकी किताब में जो
कॉन्टेंट है, वह
पाकिस्तानी साइट्स से लिया गया हैं। वहीं दूसरी ओर कई राजनीतिक दल मन्नान प्रकाशन
से पब्लिश हुई इस किताब का विरोध कर रहे हैं। बीजेपी नेताओं संजय केलकर और संतोष
पछलाग ने 18 जनवरी को इस किताब की प्रतियां जला दी थीं।
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