धन कमाने नहीं
विद्या दान का स्थल बनें विद्यालय: रामपाल माजरा
(राजकुमार अग्रवाल)
कैथल (साई)।
ऑक्सफोर्ड सीनियर सैकेंडरी स्कूल में शुक्रवार को वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह
का आयोजन किया गया,
जिसमें मुख्यातिथि के रूप में कलायत से इनेलो विधायक रामपाल
माजरा ने शिरकत की। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में समाजसेवी पुनीत चौधरी
एडवोकेट उपस्थित रहे, जबकि अध्यक्षता विद्यालय के मैनेजिंग डायरेक्टर जगजीत सिंह
माजरा ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ रामपाल माजरा ने मां सरस्वती की प्रतिमा के
समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अपने संबोधन में बोलते हुए माजरा ने कहा कि शिक्षा
का महत्व ही सबसे बड़ा दान है। शिक्षा के बिना उन्नति करना संभव नहीं है। उन्होंने
कहा कि आज के आधुनिक युग में शिक्षा का महत्व ओर भी बढ़ गया है। ऐसे में विद्यालयों
को चाहिए कि वे धन अर्जित न कर बच्चों में शिक्षा की लौ जलाएं। ऑक्सफोर्ड स्कूल
में बच्चों को दी जा रही शिक्षा की प्रशंसा करते हुए माजरा ने कहा कि यह स्कूल
निरंतर अपनी मेहनत पर नई उपलब्धियां छू रहा है, जिसका श्रेय
विद्यालय के प्रधानाचार्य जगजीत सिंह व उनके स्टाफ को जाता है। विधायक माजरा ने
कहा कि बच्चे जीवन के हर पड़ाव पर अपनी पढ़ाई जारी रखें, क्योंकि शिक्षा
ग्रहण करने की कोई उम्र नहीं होती। उन्होंने अध्यापकों से भी भविष्य में अपनी पढ़ाई
जारी रखने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि एडवोकेट पुनीत चौधरी ने समाज में फैल रही
बुराईयों पर बोलते हुए कहा कि आज समाज मेें अनेक बुराईयां घर कर गई है। समाज में
अलग अनुपात में काफी अंतर आ रहा है, वहीं देश में भू्रण हत्या, दहेज प्रथा व
नशाखोरी जैसी कुरीतियां दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है ऐसे में लोगों को इन बढ़ती
बुराइयों को रोकना होगा, जिसके लिए जागरूकता बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इन
बुराइयों पर अंकुश लगाने के लिए सबसे पहले हमें स्वयं पहल करनी होगी। तभी हम आदर्श
समाज स्थापित करने में सक्षम हो पाएंगे। इस दौरान बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम
प्रस्तुत कर खूब तालियां बटोरी। बारिश के चलते भी बच्चों ने अपनी प्रस्तुतियां
जारी रखी और समां बांधे रखा। नन्हे मुन्ने बच्चों ने जहां श्तितली सी उड़कर चली ले
हवा के पर को, फूल भी है
साथ मेेरे मैं चली घर को, श्नानी तेरी मोरनी को, मोर ले गया, बाकि जो बचा था
काला चोर ले गया, श् ओ माई
फ्रैंड गणेशा, तू रहना
साथ हमेशा, श्गौरे
पैरां दे विच पाके मैं चांदी दी झांजरा, मैं पिंड विच नचदी फिरां्य आदि गानों पर
प्रस्तुति दी, वहीं
राजस्थानी परफोरमेंस श्चूड़ी खनके रे, मंजीरा खनके रे्य द्वारा राज्यस्थानी
वेशभूषा को दर्शाया गया। बच्चों द्वारा प्रस्तुत हरियाणवीं सोंग श्चुंदड़ ओढूृंगी
महल के बीच, तू ओला
काढऩ आईये।।।आईये हो नन्नंद के बीर्य को भी दर्शकों ने खूब सराहा। इसके अलावा अन्य
बच्चों ने भी कई विषयों पर अपनी स्पीच दी। आज कार्यक्रम में स्कोलरशिप प्राप्त
करने व पहली से आठवीं कक्षा में अव्वल आने वाले 150 बच्चों को पुरस्कार भी प्रदान
किए गए। कार्यक्रम के समापन पर मुख्यातिथि रामपाल माजरा को प्राचार्य जगजीत सिंह
द्वारा भगवान शिव भोले की प्रतिमा देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रिंसिपल
जगजीत सिंह माजरा,
सुमन संधू, गीतांजलि, सीमा बैनीवाल, वर्षा, सुनीता, सुदेश, नूतन बेदी, कुसुमलता, सुमन राविश, सोनिया, मोनिका, शीतला, सीमा रोहिला व
रामकुमार बंसल सहित अन्य सैकड़ों अभिभावक भी मौजूद थे।
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