सिवनी से परहेज करेगा अध्ययन दल!
आज केंद्रीय अध्ययन दल आएगा छिंदवाड़ा
(सोनल सूर्यवंशी)
भोपाल (साई)। प्रदेश में ओला
वृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेने नौ सदस्यीय केन्द्रीय अध्ययन दल आज
भोपाल आया। दल के सदस्यों ने आज मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की। दल
द्वारा 15 मार्च को मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा से चर्चा की जाएगी। यह दल महाकौशल में
सिर्फ छिंदवाड़ा जिले का दौरा कर लौट जाएगा।
दल की तीन टीम 14 और 15 मार्च को जिलों का दौरा कर वहाँ फसलों को हुए
नुकसान का आकलन करेंगी। पहली टीम भारत शासन में संयुक्त सचिव संजय लोहिया के
नेतृत्व में 14 मार्च को आगर-मालवा, उज्जैन और इंदौर
का दौरा करेगी। इस दल में पशुपालन, डेयरी और मत्स्य
पालन के िडप्टी कमिश्नर डॉ. आर.जी. बम्बल और पेयजल तथा स्वच्छता मंत्रालय में सहायक
सलाहकार सलीम हैदर भी होंगे। टीम सुबह 7.30 बजे हेलीकाप्टर से भोपाल से देवास
रवाना होगी। दल के सदस्य रात्रि विश्राम इंदौर में करेंगे। दूसरे दिन 15 मार्च को
यह टीम सुबह 7.30 बजे इंदौर से धार जायेगी। दल के सदस्य अपरान्ह में धार से भोपाल
आ जायेंगे।
दूसरी टीम 14 मार्च को खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में अवर सचिव
संदीप सक्सेना के नेतृत्व में विदिशा, रायसेन और सीहोर
का दौरा करेगी। इस टीम में योजना आयोग में शोध अधिकारी सुश्री अनुराधा बटाना तथा
डी.ए.सी. के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. एम.एन.सिंह शामिल होंगे। टीम 14 मार्च को सुबह
7.30 बजे हेलीकाप्टर से भोपाल से विदिशा रवाना होगी। टीम रात्रि विश्राम भोपाल में
करेगी। टीम के सदस्य 15 मार्च को भोपाल से छिन्दवाड़ा जायेंगे। वे अपरान्ह में
भोपाल लौट आयेंगे।
तीसरी टीम ग्रामीण विकास मंत्रालय में मनरेगा डायरेक्टर सत्यप्रकाश वशिष्ठ
के नेतृत्व में 14 मार्च को टीकमगढ़ और छतरपुर का दौरा करेंगी। टीम में
सी.डब्ल्यू.सी. डायरेक्टर मनोज तिवारी और व्यय विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर
बी.एल. मीणा भी शामिल होंगे। टीम 14 मार्च को सुबह 7.30 बजे हेलीकाप्टर से भोपाल
से टीकमगढ़ जायेगी। वहाँ से टीम के सदस्य छतरपुर जायेंगे। वे रात्रि विश्राम छतरपुर
में करेंगे। दल के सदस्य 15 मार्च को छतरपुर से अशोकनगर जायेंगे। वे अपरान्ह में
भोपाल लौट आयेंगे।
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