रेल्वे के घाटे पर
नितीश ने व्यक्त किया आश्चर्य
(प्रतिभा सिंह)
पटना (साई)। बिहार
के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में रेलवे के पुलों के निर्माण कार्य में
शिथिलता को लेकर इस केंद्रीय मंत्रालय को आडे़ हाथ लेते हुए सोमवार को कहा कि पता
नहीं रेलवे का मुनाफा कहां चला गया है? केंद्रीय रेल मंत्री रह चुके नीतीश कुमार ने
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के 37वें स्थापना दिवस समारोह में कहा, कि राजग के
कार्यकाल में जिन परियोजनाओं की तारीख तय कर दी गयी उनमें लगातार समय लग रहा है।
गंगा पर मोकामा और
बख्तियारपुर में रेल पुल निर्माण में देरी को लेकर उन्होंने कहा कि पता नहीं रेलवे
का मुनाफा कहां चला गया है? राज्य सरकार ने सड़क बनाने के लिए पैसा दे
दिया है लेकिन रेलवे पीछे है। गंगा नदी पर बने महात्मा गांधी सड़क पुल पर केंद्र की
अनदेखी का आरोप लगाते हुए नीतीश ने कहा, कि उन्होंने कई बार पुल की समस्या को लेकर
समाधान दिया और केंद्र ने उसे बार बार काट दिया।
रणवीर सेना प्रमुख
ब्रह्मेश्वर मुखिया की हत्या के बाद जून के प्रथम सप्ताह के दौरान बिहार में हुए
उपदव की ओर संकेत करते हुए नीतीश ने कहा, उनके कार्यकाल में समाज के बीच खाई पाटने के
लिए कार्यक्रम बनाये गये हैं। हमने समाज में पुल बनाने का काम किया है। फिर से यदि
कोई व्यवधान उत्पन्न करना चाहेगा तो वह उचित नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि
नयी पीढ़ी के सपने और लक्ष्य अलग हैं और यदि कोई बिहार को पुराने दौर में ले जाना
चाहेगा तो वह सफल नहीं हो पायेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 619 करोड़ रुपये से
अधिक की लागत से 157 पुल पुलियों की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण मंत्री
नंदकिशोर यादव और मुख्य सचिव नवीन कुमार भी उपस्थित थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें