ईको-पर्यटन दिवस 12 जुलाई को
भोपाल (साई)। मध्यप्रदेश ईको-पर्यटन बोर्ड का स्थापना दिवस 12 जुलाई ‘‘ईको-पर्यटन
दिवस’’ के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष दिवस के उपलक्ष्य में ‘‘मध्यप्रदेश में ईको-पर्यटन विकास हेतु रणनीति निर्धारण’’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला नरोन्हा प्रशासन अकादमी, भोपाल में की जा रही है। कार्यशाला के दौरान प्रदेश में ईको-पर्यटन विकास के लिए एक सक्षम वातावरण
तैयार करने के लिए
सभी स्टेक होल्डर जैसे
टूर ऑपरेटर्स, ट्रेवल एजेंट्स, रिसॉर्ट/लॉज मालिक इत्यादि के साथ महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की
जायेगी। कार्यशाला में राज्य तथा
राष्ट्र-स्तरीय टूर/ट्रेवल ऑपरेटर्स, होटल/रिसॉर्ट
ओनर्स एवं विभिन्न विभाग के अधिकारी और प्रतिनिधि द्वारा
भाग लिया जायेगा।
उत्कृष्ट कार्य करने वाले होंगे पुरस्कृत
इस दिवस बोर्ड द्वारा ईको-पर्यटन क्षेत्र में उत्कृष्ट
कार्य करने वाले छः
विभिन्न श्रेणियों
(पर्यामित्र (ईको-फ्रेंडली) रिसॉर्ट/लॉज1, ईको सेवाएँ/पद्धति का प्रयोग करने वाला टूर/ट्रेवल
ऑपरेटर्स2, ईको-पर्यटन गतिविधि संचालक3, संयुक्त वन
प्रबंधन समिति/ग्रामसभा4,
ईको-पर्यटन के क्षेत्र में की गई अभिनव पहल हेतु एकल व्यक्ति5 एवं ईको-पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए वन विभाग/पर्यटन विभाग के
कार्मिक6) में चयनित संस्थाओं/व्यक्तियों को पुरस्कृत किया जायेगा।
कार्यक्रम में मण्डला के आदिवासी
कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जायेगी।
मध्यप्रदेश के प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर वन क्षेत्र में पर्यटन
को विकसित करने के
लिये मध्यप्रदेश
ईको-पर्यटन विकास बोर्ड का गठन 12 जुलाई, 2005 को किया गया था। इसका उद्देश्य प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण की
जागरूकता का विकास
करने के साथ-साथ ईको-पर्यटन
गंतव्य-स्थलों अधोसंरचना का विकास तथा स्थानीय समुदायों को रोजगार उपलब्ध करवाना है।
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