सीएम ने डाली
एमपीसीए के यज्ञ में आहूति
(विजय सिंह राजपूत)
इंदौर (साई)। मध्य
प्रदेश में क्रिकेट को लेकर सियासी पारा भी उछाल पर है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
चौहान के एक हालिया कार्यक्रम के बाद मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के आसन्न
चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज और कयासों का बाजार गर्म हो गया है। एमपीसीए के
चुनावी पिच पर इस बार भी प्रदेश के दो धुरंधर सियासी खिलाड़ियों के बीच प्रतिष्ठा
की भिड़ंत तय मानी जा रही है।
मौजूदा एमपीसीए
अध्यक्ष और केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे
के सामने इन द्विवार्षिक चुनावों में अपना बरसों पुराना वर्चस्व बरकरार रखने की
चुनौती है, तो प्रदेश
की भाजपा सरकार के उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का गुट अपनी पिछली करारी हार का
हिसाब चुकता करने के लिए गोटियां जमा रहा है।
विजयवर्गीय, इंदौर संभागीय
क्रिकेट संगठन (आईडीसीए) के अध्यक्ष भी हैं। उनके न्यौते पर आईडीसीए के एक
पुरस्कार समारोह में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री 8 जुलाई की रात यहां
विशेष तौर पर पहुंचे थे और उन्होंने इस कार्यक्रम को खासा वक्त भी दिया था।
क्रिकेट की राजनीति
के प्रेक्षक इस घटनाक्रम को आसन्न एमपीसीए चुनावों में विजयवर्गीय गुट के शक्ति
प्रदर्शन और सूबे के सत्ता प्रतिष्ठान के समर्थन की नुमाइश से जोड़कर देख रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री
ने जैसे गुगली फेंकते हुए इस सिलसिले में बेहद संतुलित प्रतिक्रिया दी है।
चौहान ने कहा, मैं यहां क्रिकेट
की बात करने आया था। इसका कोई और अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए। बहरहाल, एमपीसीए अध्यक्ष पद
के लिए विजयवर्गीय की पुरानी दावेदारी की पृष्ठभूमि में पूछे गए एक सवाल पर
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा, विजयवर्गीय अच्छा काम कर रहे हैं। हम उनका
सहयोग करेंगे। प्रदेश का क्रिकेट आगे बढ़े, यही हमारा लक्ष्य है।
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