गुजरात भाजपा
नेताओं पर डोरे डाल रही है कांग्रेस
(महेश रावलानी)
नई दिल्ली (साई)।
गुजरात के निजाम नरेंद्र मोदी के ताकतवर होकर उभरने के उपरांत अब कांग्रेस की
नजरें अब गुजरात में नरेंद्र मोदी को कमजोर करने पर आमदा होती दिख रही हैं। गुजरात
भाजपा में फूट डलवाने के लिए कांग्रेस ने अब अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।
गुजरात में
विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश भाजपा में पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के
नेतृत्व में बढ़ती बगावत का उल्लेख करते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि यदि कोई व्यक्ति
सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ खडा होने का इच्छुक है तो उसका स्वागत है। वहीं
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने इस बात को खारिज किया कि पार्टी मुख्यमंत्री
नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपनी लडाई में किसी के साथ भी हाथ मिला सकती है।
यह पूछे जाने पर कि
क्या कांग्रेस भाजपा को हराने के लिए केशुभाई जैसे लोगों के साथ हाथ मिलाना चाहेगी, तिवारी ने कहा, ‘‘हम यह स्पष्ट करना
चाहेंगे कि ना तो कोई व्यक्ति, ना कोई संगठन हमारे लिए राष्ट्रीय चुनौती
है।’’ केशुभाई
गुट ने संकेत दिया है कि वह पार्टी बनाएगा और इस संबंध में औपचारिक घोषणा इस महीने
के आखिर में हो सकती है।
कांग्रेस के
अंदरखाने में चल रही चर्चाओं को अगर सही माना जाए तो अगर केशुभाई पटेल द्वारा
कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली जाती है तो उनकी अलग पार्टी के गठन की जवाबदेही
कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी के एक सलाहकार के कांधों पर डाल दी जाएगी
जो खुद गुजरात सूबे से ही हैं।
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