लंदन ओलंपिक का
आगाज 27 से
(अभिलाषा जैन)
लंदन (साई)।
रंगारंग और लुभावने खेलों के लिए लंदन ओलंपिक का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा
है। लंदन ऑलम्पिक खेलों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। खेलों का उद्घाटन समारोह इस
महीने की २७ तारीख को होगा। भारतीय दल भी इसमें पूरे जोश खरोश से शामिल होने की
तैयारी में जुटा हुआ है।
ज्ञातव्य है कि
पहले आधुनिक ओलंम्पिक खेल एथेंस में १८९६ में आयोजित हुए जहां १४ देशों के २४१
एथलीटों ने भाग लिया। चार साल पहले पेइचिंग में २ सौ देशों के ग्यारह हजार से
ज्यादा एथलीटों ने पदकों पर अपनी दावेदारी पेश की और अब २७ जुलाई से १२ अगस्त तक
होने वाले ३०वें ग्रीष्मकालीन ओलंपिक्स की २६ स्पर्धाओं में लगभग ११ हजार एथलीट
लंदन में मौजूद होंगे।
ओलंपिक खेलों के
प्रतीक चिन्ह के रूप में आपस में जुड़े हुए पांच छल्लों को दिखाया जाता है जो विश्व
के पांच महाद्वीपों के जुड़ाव को प्रदर्शित करते हैं। ओलंपिक खेलों की मशाल और
टार्च रिले की शुरूआत भी प्राचीन ओलंपिक खेलों से जुड़ी हुई है। शांति, एकता और मित्रता का
संदेश देने वाली ओलंपिक मशाल को ओलंपिया में आयोजित एक पारंपरिक समारोह में सूर्य
की किरणों से प्रज्जवलित किया जाता है। उसके बाद मशाल को मेजवान देश को सौंपी जाती
है और आमतौर पर ये मशाल धावकों के माध्यम से अलग-अलग देशों और जगहों से गुजरते हुए
आयोजन स्थल तक पहुंचती है।
उधर, भारतीय ओलम्पिक संघ
ने घोषणा की है कि पहलवान सुशील कुमार लंदन ओलम्पिक खेलों में भारतीय दल के ध्वज
वाहक होंगे। सुशील कुमार ने २००८ में पेइचिंग ओलम्पिक खेलों में कांस्य पदक जीता
था।
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