आठ डब्बों से सजेगी
मेट्रो
(प्रियंका श्रीवास्तव)
नई दिल्ली (साई)।
दिल्ली में यातायात की रीढ़ बन चुकी मेट्रो रेल अब शहरी विकास मंत्री कमल नाथ के
नेतृत्व में नए आयाम छूने जा रही है। जबसे कमल नाथ ने शहरी विकास मंत्रालय की कमान
संभाली है तबसे मेट्रो रेल में यात्री सुविधाओं में इजाफा हुआ है। अब दिल्ली
मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) ने रेलगाड़ियों में अधिक भीड़भाड़ को देखते हुए इस
साल के अंत तक आठ डिब्बों वाली रेलगाड़ी चलाने का फैसला किया है।
शहरी विकास
मंत्रालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि आठ डब्बों की मेट्रो
रेल के लिए जरूरी जांच और परीक्षण शुरू कर दिया गया है। सूत्रों ने कहा कि
डीएमआरसी ने खैबरपास मेट्रो डिपो में आठ डिब्बों वाली रेलगाड़ी का व्यापक परीक्षण
शुरू किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस साल के अंत आठ डिब्बों वाली रेलगाड़ी को
शुरू कर दिया जाएगा।
आठ डिब्बों वाली
रेलगाड़ी में 2400 यात्री
सफर कर सकेंगे। इससे वर्तमान चार और छह डिब्बों वाली रेलगाड़ी में सफर करने में हो
रही असुविधा दूर हो सकेगी। चार और छह डिब्बों वाली रेलगाड़ी की क्षमता क्रमशः 1500 और 2100 है। शुरुआत में आठ
डिब्बों वाली रेलगाड़ी जहांगीरपुरी और हुडा सिटी सेंटर के बीच लाइन 2, द्वारका-नोएडा सिटी
सेंटर के बीच लाइन 3 और यमुना
बैंक-वैशाली के बीच लाइन 4 पर चलेगी। इन मार्गाे पर प्रतिदिन 13 लाख यात्री यात्रा
करते हैं।
साई न्यूज के मिली
जानकारी के अनुसार डीएमआरसी ने पहले ही 212 नए डिब्बों के लिए आर्डर दे दिया है।
अधिकारी ने बताया कि योजना के मुताबिक लाइन 2 पर 37 छह डिब्बों वाली रेलगाड़ी को आठ डिब्बों
वाली रेलगाड़ी में बदला जाएगा। इसी तरह 31 रेलाड़ियों को लाइन 3 और लाइन 4 पर छह डिब्बों
वाली रेलगाड़ी को आठ डिब्बों वाली रेलगाड़ी में बदला जाएगा।
ज्ञातव्य है कि
दिल्ली मेट्रो सामान्यतया प्रतिदिन 2700 फेरे लगाती है और यह 70,000 किलोमीटर की दूरी
तय करती है। कार्यदिवसों में दिल्ली मेट्रो से करीब 18 लाख लोग सफर करते
हैं। अवकाश और मेले ठेले आदि के समय में मेट्रो में पैर रखने तक की जगह ना होना आम
बात है।
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