गुरुवार, 20 सितंबर 2012

भारत में अरबपतियों की संख्या 2011 में 18 फीसदी घटी


भारत में अरबपतियों की संख्या 2011 में 18 फीसदी घटी

(प्रशांत बनर्जी)

कोलकता (साई)। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में पिछले साल पहली बार अरबपतियों की तादाद किसी भी अन्य क्षेत्र के मुकाबले बढ गई लेकिन आर्थिक नरमी के बीच भारत की अति धनाढ्य आबादी में 18 फीसद गिरावट आई है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 2011 के दौरान किसी भी अन्य क्षेत्र के मुकाबले बडे अमीरों-जिनके पास 10 लाख डालर या इससे ज्यादा निवेश योग्य संपत्ति है-की संख्या अधिक रही लेकिन उनकी कुल संपत्ति आंशिक तौर पर घटी। यह बात कैपजेमिनी और आरबीसी वेल्थ मैनेजमेंट रपट में कही गई। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अरपतियों की संख्या 337 लाख रही जो पहली बार उत्तरी अमेरिकी के स्तर को और लगातार दूसरी बार यूरोप के अमीरों की संख्या के स्तर को पार कर गई।
इस रपट में 10 प्रमुख बाजारों-आस्ट्रेलिया, चीन, हांगकांग, इंडिया, इंडोनेशिया, जापान सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, थाइलैंड ओर ताईवान पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसके पिछले दो साल में भारत और हांग कांग ने वृद्धि का नेतृत्व किया। रपट में कहा गया ‘‘शेयर बाजार में गिरावट हुई और आशंका से अधिक आर्थिक नरमी के कारण 10 लाख डालर से ज्यादा की निवेशयोग्य परिसंपत्ति वाले व्यक्तियों की तादाद घट गई है।’’

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