बुधवार, 26 सितंबर 2012

असम सिक्किम में स्थिति गंभीर


असम सिक्किम में स्थिति गंभीर

(पुरबालिका हजारिका)

गोवहाटी (साई)। असम के १५ जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। आधिकारिक सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि बाढ़ के कारण लगभग दो हजार पचपन गांवों के १६ लाख २० हजार लोग विस्थापित हो गए हैं। ब्रहमपुत्र नदी का जलस्तर डिब्रूगढ़ को छोड़कर अन्य सभी स्थानों में बढ़ रहा हैं। माजूली द्वीप का लगभग ९० प्रतिशत हिस्सा बाढ़ के पानी में डूब गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए द्वीप में सभी शैक्षिक संस्थान अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। काजीरंगा, पबित्र और डिबू्र सैखोवा उद्यान भी बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं।
उधर, गंगटोक से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो ने बताया कि सिक्किम में राज्य प्रशासन ने उत्तरी सिक्किम के सुदूर और दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में खाद्य वस्तुओं के वितरण के संबंध में गंगटोक से करीब ४५ किलोमीटर दूर स्थित तूंग नागा में विमान से खाद्य वस्तुएं गिराने का प्रबंध किया है। असम में दीमा हसाओ जिले के उमरांगसो इलाके में कल रात हुए एक बम विस्फोट में एक व्यक्ति मारा गया और आठ घायल हो गए। पुलिस को संदेह है कि इस विस्फोट में बम लाने वाला व्यक्ति ही मारा गया।
उत्तर पूर्व के राज्यों सिक्किम और असम में बाढ़ कहर बरपा रही है। उत्तरी सिक्किम में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलनों के बाद अब तक 21 लोगों के शव बरामद किए गए हैं, जबकि आठ लोग अब भी लापता हैं। अरुणाचल प्रदेश के साई ब्यूरो के अनुसार राज्य में तीन लोगों की मौत हो गई और असम में पांच लोगों की मौत के साथ करीब 7 लाख से अधिक लोग इससे प्रभावित हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी सिक्किम में मरने वालों में आईटीबीपी के चार कर्मी, उनके परिवार के दो लोग और बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) के 12 जूनियर अफसर शामिल हैं। वहीं बाकी मृतक मजदूर थे। ज्यादातर लोगों की मौत रंगमा रेंज में हुई है। बताया जाता है कि भूस्खलन की घटनाएं 19 सितंबर से लगातार हो रही बारिश की वजह से हुई हैं। आर्मी और वायुसेना के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
असम में भी बाढ़ की हालत गंभीर बनी हुई है। राज्य के 27 में से 15 जिलों की आठ लाख से ज्यादा आबादी बाढ़ से प्रभावित है। अधिकारियों ने बताया कि पिछले एक हफ्ते के दौरान अलग-अलग जगहों पर बाढ़ से और सात लोगों की मौत हुई है। प्रभावित इलाकों में 700 से ज्यादा गांव बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं।
ऊपरी असम के कुछ जिलों में लगातार हो रही बारिश की वजह से ज्यादातर नदियों का जलस्तर बढ़ना जारी है। कामरूप, जोरहाट, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया, ढेमजी, लखीमपुर और सोनितपुर जिलों में बाढ़ की हालत ज्यादा गंभीर है। बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 16 टीमें, आर्मी की 60 टीमें और एसडीआरएफ की 18 टीमें लगाई गई हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: