पांच करोड़ का तलाक!
(यशवंत)
नई दिल्ली (साई)।
तलाक देने पर पति को पत्नि को गुजारा भत्ता एक मुश्त या हर माह देने के किस्से तो
आम हैं पर एक मुश्त पांच करोड़ रूपए के तलाक का किस्सा अपने आप में अनोखा ही है।
सबसे महंगा तलाक का एक मामले सामने आया है, जिसमें पत्नी को गुजारे भत्ते के रुप में 5 करोड़ रुपय
मिलेंगे।
दिल्ली के ट्रायल
कोर्ट ने हाल ही में तलाक का एक मामला सुलझाया है। पति अपनी बीवी और बेटी के
गुजारे भत्ते के लिए पांच करोड़ रूपए देने पर सहमत हो गया। समाचार एजेंसी ऑॅफ
इंडिया को प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों की शादी 1992 में हुई थी। फरवरी
2012 में दोनों
ने तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी दी।
पहले पति गुजारे
भत्ते के लिए सिर्फ एक करोड़ रूपए देने पर राजी था। छह महीने में ही पति चार करोड़
रूपए और देने पर राजी हो गया। तलाक लेने वाली दंपत्ति के एक बेटा और एक बेटी है।
दोनों एक एक बच्चे की कस्टडी लेने पर सहमत हुए। पति बेटे का पालन पोषण करेगा जबकि
पत्नी बेटी को पालेगी। पति अब तक पत्नी को 50 लाख रूपए दे चुका है।
बीवी को मिलने वाले
पांच करोड़ में से ढाई करोड़ बेटी के नाम बैंक में जमा होंगे। शेष 2.4 करोड़ रूपए में
बीवी अपने लिए घर खरीदेगी। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि पांच करोड़ रूपए मिलने
के बाद बीवी का पति की संपत्ति पर कोई हक नहीं रहेगा। पति के वकील प्रभजीत जौहर ने
बताया कि दोनों के बीच सहमति बनी है कि बच्चों को देखने के लिए दोनों एक दूसरे के
घर आ जा सकते हैं। दोनों आगे से एक दूसरे की जिंदगी में कोई दखल नहीं देंगे।
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